'जीत छीन ली गई', कांग्रेस ने हरियाणा के नतीजों को मानने से किया इनकार; कहा- कहानी अभी खत्म नहीं हुई
Haryana Election Results हरियाणा में उम्मीदों के उलट नतीजे आने के बाद कांग्रेस ने इसे मानने से इनकार कर दिया है और कहा है कि यह सब हेरफेर करके किया गया है। कांग्रेस ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए मतगणना की प्रक्रिया में भी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा है कि वह इसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करेगी। जानिए पार्टी ने और क्या-क्या लगाए आरोप।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने हरियाणा में हार मानने से इनकार कर दिया है। साथ ही पार्टी ने नतीजों में हेरफेर और गड़बड़ी का आरोप लगाया है और कहा है कि वह इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेगी। कांग्रेस ने कहा कि राज्य में उनसे जीत छीन ली गई है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलावर शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'हरियाणा में नतीजे पूरी तरह से अप्रत्याशित, आश्चर्यजनक और हमारी उम्मीद के विपरीत हैं। यह वास्तविकता के भी उलट हैं। यह हरियाणा लोगों द्वारा तय किए गए बदलाव के खिलाफ हैं। इन परिस्थितियों में, हमारे लिए आज घोषित किए गए परिणामों को स्वीकार करना संभव नहीं है।'
'हेरफेर की जीत'
जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि हरियाणा में आज जो देखा, वह हेरफेर की जीत है। उन्होंने कहा कि यह लोगों की इच्छा को विफल करने की जीत है और यह पारदर्शी, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की हार है। हरियाणा पर अध्याय अभी पूरा नहीं हुआ है।'जयराम ने कहा, 'मैं पूरी दोपहर चुनाव आयोग के संपर्क में रहा। उन्होंने मेरी शिकायतों का जवाब दिया है, मैंने उनके जवाब का जवाब दिया है। हमें हरियाणा के कम से कम तीन जिलों में मतगणना की प्रक्रिया, ईवीएम के कामकाज के बारे में बहुत गंभीर शिकायतें मिली हैं। और भी शिकायतें आ रही हैं। यह जानकारी एकत्र की जा रही है। हमें उम्मीद है कि हम इसे आज या कल चुनाव आयोग के सामने पेश करेंगे। हमसे जीत छीन ली गई है।'
सिस्टम के दुरुपयोग का लगाया आरोप
यह पूछे जाने पर कि क्या हरियाणा में 16 मौजूदा विधायक के हारने और जम्मू-कश्मीर में केवल नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन में जीतने के बाद पार्टी को आत्मचिंतन की जरूरत है, उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए समय आएगा, लेकिन अभी सबसे महत्वपूर्ण यह है कि जीत हमसे छीन ली गई है। सिस्टम का दुरुपयोग किया गया है।कांग्रेस नेता ने कहा कि शुरुआती रिपोर्टों के आधार पर, हरियाणा में कम से कम 12-14 सीटें ऐसी हैं, जहां उम्मीदवारों ने गंभीर सवाल उठाए हैं। यह मतगणना प्रक्रिया की ईमानदारी और ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है। इस सवाल पर कि क्या पार्टी कानूनी सहारा लेगी, जयराम ने कहा कि चुनाव आयोग उनका पहला पड़ाव है और उसके बाद वह इस पर फैसला करेगा कि और क्या करने की जरूरत है।