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कांग्रेस ने भारतमाला-द्वारका Expressway में कथित अनियमिताओं पर सरकार से मांगा जवाब, कहा: CAG ने उठाए हैं सवाल

जयराम ने कहा कि जिन 26316 किलोमीटर राजमार्गों का ठेका दिया गया है उनकी स्वीकृत लागत 846588 करोड़ रुपये थी। जबकि सीसीईए द्वारा मंजूर लंबाई 34800 किलोमीटर और लागत 535000 करोड़ रुपये थी। इसका मतलब है कि परियोजनाएं 32.17 करोड़ रुपए प्रति किमी की लागत आयी है जो सीसीईए द्वारा अनुमोदित 15.37 करोड़ रुपए प्रति किमी की लागत से दोगुनी से भी अधिक है।

By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Mon, 14 Aug 2023 08:31 PM (IST)
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एक्सप्रेस-वे की निर्माण लागत स्वीकृत 18 करोड़ रुपए प्रति किमी से बढ़कर 250 करोड़ रुपए प्रति किमी हो गई है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: कांग्रेस ने कैग रिपोर्ट के आधार पर भारतमाला परियोजना से लेकर द्वारका एक्सप्रेस-वे और आयुष्मान भारत योजना से लेकर अयोध्या की विकास परियोजनाओं में अनियमितताओं का दावा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कैग रिपोर्ट पर चुप्पी तोड़ने की मांग की है।

पार्टी ने कहा है कि द्वारका एक्सप्रेस-वे की परियोजना लागत में 14 गुना बढ़ोतरी हैरान करने वाली और चिंताजनक है। इस एक्सप्रेस-वे की निर्माण लागत स्वीकृत 18 करोड़ रुपए प्रति किमी से बढ़कर 250 करोड़ रुपए प्रति किमी हो गई है और इसलिए कांग्रेस की मांग है कि पीएम इसका जवाब दें।

कांग्रेस का पीएम मोदी पर वार

कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को इस बारे में एक बयान जारी करते हुए कहा कि मंगलवार को प्रधानमंत्री आखिरी बार लाल किले की प्राचीर से झूठ की झड़ी लगाएंगे। लेकिन सवाल है कि क्या अपनी ही सरकार और अपने मंत्रियों से उनके भ्रष्टाचार और अक्षमता पर सवाल उठाएंगे।

उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते एक बदनाम कैग ने भी मोदी सरकार में हुए भ्रष्टाचार और अक्षमता को उजागर किया जिसमें बहुप्रचारित भारतमाला परियोजना में कुल लागत में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि को रेखांकित किया। इस परियोजना को मंजूरी और निगरानी आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की है, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं।

लागत से ज्यादा खर्च होने के आरोप

जयराम ने कहा कि जिन 26,316 किलोमीटर राजमार्गों का ठेका दिया गया है, उनकी स्वीकृत लागत 8,46,588 करोड़ रुपये थी। जबकि सीसीईए द्वारा मंजूर लंबाई 34,800 किलोमीटर और लागत 5,35,000 करोड़ रुपये थी। इसका मतलब है कि परियोजनाएं 32.17 करोड़ रुपए प्रति किमी की लागत आयी है जो सीसीईए द्वारा अनुमोदित 15.37 करोड़ रुपए प्रति किमी की लागत से दोगुनी से भी अधिक है। इतना हीं नहीं लागत बढ़ने के बावजूद 31 मार्च 2023 तक केवल 13,499 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग पूरे हुए हैं जो सीसीईए द्वारा अनुमोदित लंबाई का 39 प्रतिशत से भी कम है।

सरकार की योजनाओं पर सवाल

कांग्रेस नेता ने कैग का हवाला देते हुए एनएचएआइ की ओर से टोल प्लाजा में यात्रियों से गलत तरीके से 132.05 करोड़ रुपए वसूले जाने पर भी सवाल उठाया। वहीं प्रधानमंत्री की पसंदीदा आयुष्मान भारत योजना में मृतकों को भुगतान का जिक्र करते हुए जयराम ने कहा कि इसमें भ्रष्टाचार के कई उदाहरण है जिसमें 7.5 लाख लाभार्थियों को एक ही मोबाइल नंबर से जोड़ा जाना है। ऐसे में क्या प्रधानमंत्री इस बात की जांच के आदेश देंगे कि आयुष्मान भारत में हुए इस बड़े घोटाले के असली लाभार्थी कौन थे?

कांग्रेस नेता ने दावा किया कि कैग ने अयोध्या विकास परियोजना में अनियमितताओं और मोदी सरकार की योजनाओं के प्रचार के लिए राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत पुराने पेज पेंशन फंड के दुरुपयोग पर भी इसी तरह के सवाल उठाए हैं।