महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ढोल-घंटियों के साथ देश भर में करेगी विरोध प्रदर्शन, पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस के बढ़ते दामों के खिलाफ 31 मार्च से अभियान
पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस के बढ़ते दामों के खिलाफ 31 मार्च से तीन चरणों में महंगाई मुक्त भारत अभियान चलाने का कांग्रेस पार्टी ने एलान किया है। कांग्रेस महासचिवों ओर राज्यों के प्रभारियों की बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तय की गई है।
By Amit SinghEdited By: Updated: Sun, 27 Mar 2022 07:32 AM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: रसोई गैस के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार हो रहे इजाफे से बढ़ती महंगाई को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने एनडीए सरकार के खिलाफ तीन चरणों में आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है। पार्टी ने कहा है कि चुनावों के दौरान वोट बंटोरने के लिए मोदी सरकार ने दाम स्थिर रखे मगर अब रोजाना डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ाकर हर परिवार का बजट बिगाड़ रही है।
महंगाई मुक्त भारत अभियान चलाएगी कांग्रेस
मूल्यवृद्धि को जनता के साथ धोखा और लूट करार देते हुए पार्टी ने पहले चरण में 31 मार्च को ‘महंगाई मुक्त भारत अभियान’ चलाने की घोषणा की है। जिसके तहत ढोल-घंटियों के साथ कांग्रेस पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी ने इस आंदोलन में जनता से भी शामिल होने की अपील की है। कांग्रेस महासचिवों और राज्यों के प्रभारियों की शनिवार को हुई बैठक में महंगाई के खिलाफ इस अभियान को शुरू करने का फैसला हुआ।
आम लोगों से अभियान में शामिल होने की अपीलबैठक के बाद कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि महंगाई मुक्त भारत अभियान के पहले चरण में 31 मार्च को सुबह 11 बजे कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं लोग अपने-अपने घरों के बाहर तथा सार्वजनिक स्थानों पर गैस सिलेंडर और वाहनों को माला पहनाकर विरोध प्रदर्शित करेंगे। इस दौरान हम ढोल-घंटियां एवं अन्य उपकरण बजाकर बहरी भाजपा सरकार का ध्यान गैस-पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई अप्रत्याशित वृद्धि की ओर आकर्षित करेंगे। दो से चार अप्रैल के बीच जिला स्तर पर 'महंगाई मुक्त भारत धरना एवं मार्च' आयोजित किए जाएंगे और तीसरे चरण में सात अप्रैल को राज्यों की राजधानी में इस विरोध मार्च का आयोजन किया जाएगा।
पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरीसुरजेवाला ने कहा कि महासचिवों से मशविरे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महंगाई से जार-जार हो रही जनता की आवाज को उठाने का फैसला किया है। 2014 मई में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से अब तक के पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्यों का आंकड़ा देते हुए उन्होंने कहा कि बीते करीब आठ साल में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 203 फीसदी और डीजल पर 531 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय कच्चे तेल की कीमत जब 108 अमेरिकी डालर प्रति बैरल थी तब भी दिल्ली में पेट्रोल व डीजल क्रमश: 71.41 रुपए और 55.49 रुपए प्रति लीटर मिल रहा था। आज कच्चे तेल के दाम इसी स्तर पर हैं मगर पेट्रोल 98.61 रुपए और डीजल 89.87 रुपए प्रति लीटर पर बेचा जा रहा है।
पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से वसूले 26 लाख करोड़ रुपएकांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार की पेट्रोलियम उत्पादों से खजाना भरने की नीति इसी से जाहिर होती है कि बीते आठ सालों में 26 लाख करोड़ रुपए पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ाकर वसूले गए हैं। पिछले दो साल में ही पेट्रोल पर 29.02 रु. प्रति लीटर और डीजल पर 27.58 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। इसी तरह रसोई गैस सिलेंडर के दाम मई 2014 में जहां 410 रुपए प्रति सिलेंडर थे वे आज बढ़कर दिल्ली में 949.50 रूपए हो गए हैं। वहीं देश के ज्यादतर इलाकों में यह एक हजार रुपए प्रति सिलेंडर को पार कर गया है ओर कुछ यही हाल पीएनजी और सीएनजी के दामों का भी है और इसलिए कांग्रेस ने मूल्यवृद्धि के खिलाफ आंदोलन का निर्णय लिया है।