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जून 2021 तक कांग्रेस को मिल जाएगा नया अध्यक्ष, CWC की बैठक में लिया गया फैसला

कांग्रेस कार्यसमिति(Congress Working Committee) की आज अहम बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने की। ये बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

By Shashank PandeyEdited By: Updated: Fri, 22 Jan 2021 03:14 PM (IST)
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कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी। (फोटो: दैनिक जागरण)
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस को लेकर इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में फैसला लिया गया है कि कांग्रेस को जून 2021 तक अपना नया अध्यक्ष मिल जाएगा। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति ने निर्णय लिया है कि जून 2021 तक कांग्रेस के पास एक निर्वाचित अध्यक्ष होगा।

इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि कांग्रेस संगठन के चुनाव मई महीने में कराए जा सकते हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति का प्लेनरी सत्र 29 मई को आयोजित किया जाएगा। बता दें कि आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। कांग्रेस पार्टी की ये मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई। इस बैठक में सोनिया गांधी ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।

कई अहम प्रस्ताव पारित किए

कांग्रेस कार्यसमिति(CWC) ने किसानों के मुद्दे पर एक प्रस्ताव पारित किया। इसके अलावा COVID टीकाकरण के लिए वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने और लोगों से आगे आने की अपील करने के लिए भी प्रस्ताव पारित किया। इसके अलावा इस बैठक में सीडब्ल्यूसी ने अर्नब गोस्वामी की व्हाट्सएप चैट लीक को राष्ट्रीय सुरक्षा भंग करने का आरोप लगाया है और इसकी संयुक्त संसदीय समिति(जेपीसी) की जांच में प्रस्ताव भी पारित हुआ।

कृषि कानूनों को लेकर हमला बोला

सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी ने किसान आंदोलन और कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर हमले किए। सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार ने परामर्श के सारथी के माध्यम से किसानों के मुद्दे पर चौंकाने वाली असंवेदनशीलता और अहंकार दिखाई है। सोनिया ने कहा कि यह स्पष्ट है कि 3 खेती कानून जल्दबाजी में तैयार किए गए थे, संसद ने जानबूझकर उन्हें जांचने के अवसर से वंचित किया गया। सोनिया गांधी ने अर्थव्यवस्था पर केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि घबराहट के निजीकरण ने सरकार को जकड़ लिया है।

अर्नब के चैट लीक पर सोनिया का हमला

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी ने पत्रकार अर्नब गोस्वामी पर भी हमला बोला। सोनिया गांधी ने कहा है कि जो लोग दूसरों को देशभक्ति और राष्ट्रवाद का प्रमाण पत्र देते हैं, वे अब पूरी तरह से उजागर हो गए हैं। सोनिया ने सरकार पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से पूरी तरह से समझौता गया है। सरकार की चुप्पी बहरे जैसी है।

कोरोना को लेकर हमलावर हुईं सोनिया

कोरोना टीकाकरण पर बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि आशा है कि कोविड टीकाकरण प्रक्रिया जारी रहेगी और पूरी तरह से पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि देश के लोगों ने अनकही पीड़ा झेली है, जिस तरह से सरकार ने COVID-19 महामारी का प्रबंधन किया है। उन्होंने कहा कि दाग को ठीक होने में कई साल लगेंगे।

पार्टी में अंदरूनी कलह पर मंथन !

कांग्रेस पार्टी के मौजूदा ढांचे में अधिकांश नेता और कार्यकर्ता ही नहीं, तमाम राज्य इकाइयां राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाने के पक्ष में हैं। यहां तक कि कांग्रेस शासित चारों राज्यों के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और नारायणसामी भी राहुल के ही समर्थन में हैं। 

एक तरफ जहां पार्टी के अंदर राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाने के लिए कई समर्थक हैं, वहीं दूसरी तरफ पार्टी के असंतुष्ट नेताओं के खेमे में भी संगठन चुनाव में उम्मीदवार उतारने पर गहन मंथन चल रहा है। इस खेमे से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यदि राहुल दोबारा अध्यक्ष के लिए मैदान में उतरते हैं तो हालात को देखते हुए उनके खिलाफ उम्मीदवार उतारने या नहीं उतारने पर फैसला होगा।