Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

मुश्किल में डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार! बेंगलुरु की अदालत ने दिया FIR दर्ज करने का आदेश, बीजेपी से जुड़ा है मामला

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और कांग्रेस राज्य आईटी सेल के प्रमुख बी आर नायडू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने पुलिस को भाजपा नेताओं के विरोध प्रदर्शन की कथित रूप से विकृत छवि का उपयोग करने के लिए कर्नाटक के उ डिप्टी सीएम और कांग्रेस राज्य आईटी सेल के प्रमुख बी आर नायडू के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है।

By Agency Edited By: Babli Kumari Updated: Wed, 07 Feb 2024 11:50 AM (IST)
Hero Image
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार (फाइल फोटो)

पीटीआई, बेंगलुरु। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और कांग्रेस राज्य आईटी सेल के प्रमुख बी आर नायडू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने पुलिस को भाजपा नेताओं के विरोध प्रदर्शन की कथित रूप से विकृत छवि का उपयोग करने के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और कांग्रेस राज्य आईटी सेल के प्रमुख बी आर नायडू के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है।

अभी हाल ही में भाजपा नेताओं ने कार सेवक श्रीकांत पुजारी की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया था। यह वही सेवक थे जिन्होंने 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस आंदोलन में भाग लिया था। भाजपा प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं, जिन पर लिखा था, "मैं भी कार सेवक हूं, मुझे भी गिरफ्तार करो।"

शिवकुमार के सोशल मीडिया हैंडल से शेयर हुआ था पोस्ट

कांग्रेस आईटी सेल ने कथित तौर पर तख्तियों पर लिखी बातों से छेड़छाड़ की और इसे घोटालों और अन्य अनियमितताओं के इकबालिया बयान जैसा बना दिया और उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। इसे कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख शिवकुमार के सोशल मीडिया हैंडल से भी साझा किया गया था।

भाजपा लीगल सेल ने दर्ज कराई शिकायत 

भाजपा कानूनी सेल के राज्य संयोजक योगेन्द्र होदघट्टा ने सांसदों/विधायकों के लिए विशेष अदालत में शिकायत दर्ज कराई कि पोस्ट में समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने के लिए झूठे दस्तावेज का इस्तेमाल किया गया है।अदालत ने हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी को सीआरपीसी की धारा 156(3) के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।

यह भी पढ़ें- Malook Nagar: 'यह एक स्वागत योग्य कदम...', श्वेत पत्र और संसद के सत्र विस्तार पर बसपा सांसद मलूक नागर बोले