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कोविड टीकों की मंजूरी पर कांग्रेस के भीतर अलग-अलग सुर, किसी ने की तारीफ तो किसी ने स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री से मांगी सफाई

देश में कोविड टीकों के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के बाद सियासत गरमा गई है। कांग्रेस के कुछ दिग्‍गज नेताओं ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। वहीं कांग्रेस के मुख्‍य प्रवक्‍ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धि बताया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Sun, 03 Jan 2021 05:36 PM (IST)
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कोविड वैक्‍सीन को मंजूरी के फैसले को लेकर कांग्रेस के भीतर ही अलग अलग सुर सामने आ रहे हैं।
नई दिल्‍ली, एजेंसियां। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की विशेषज्ञ समिति की अनुशंसा पर भारत के औषधि महानियंत्रक यानी डीसीजीआई की ओर से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविड वैक्‍सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक के स्वदेशी टीके कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दिए जाने के बाद सियासत गरमा गई है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के तंज के बाद अब कांग्रेस के कुछ दिग्‍गज नेताओं ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। वहीं, कांग्रेस के मुख्‍य प्रवक्‍ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धि बताया है। जाहिर है कोविड वैक्‍सीन को मंजूरी दिए जाने के फैसले को लेकर कांग्रेस के भीतर ही अलग-अलग सुर सामने आ रहे हैं। जानें, किसने क्‍या कहा...

थरूर ने अप्रूवल को बताया खतरनाक 

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा, 'भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल अभी पूरा भी नहीं हुआ फि‍र समय से पहले इस टीके को मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को इस पर सफाई देनी चाहिए। वैक्‍सीन का ट्रायल पूरा होने तक टीके के इस्‍तेमाल से बचा जाना चाहिए था।'

जयराम रमेश ने मांगी सफाई 

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, 'भारत बायोटेक पहले दर्जे की कंपनी है, लेकिन हैरानी की बात है कि वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल से जुड़े अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल संशोधित किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को इस बारे में सफाई देनी चाहिए।

आनंद शर्मा ने भी उठाए सवाल 

वहीं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने समाचार एजेंसी पीटीआइ से कहा कि वैक्सीन के इस्‍तेमाल को मंजूरी दिए जाने में सावधानी बरतने की जरूरत है। किसी भी देश ने तीसरे चरण के ट्रायल और परीक्षणों के आंकड़ों के सत्यापन के साथ समझौता नहीं किया है। उन्‍होंने आगे कहा कि विशेषज्ञ पैनल में वैक्‍सीन से सुरक्षा और प्रभावकारिता के आंकड़ों की समीक्षा नहीं की गई, जो अनिवार्य होती है।

सुरजेवाला ने वैज्ञानिकों को सराहा 

हालांकि, सुरजेवाला ने ट्वीट कर भारतीय वैज्ञानिकों की तारीफ की है। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि कोरोना के खिलाफ स्‍वदेशी टीके कोवैक्‍सीन और सीरम इंस्टीट्यूट के वैक्‍सीन का अनुमोदन भारतीय वैज्ञानिकों के लिए गौरव की बात है। भारत हमेशा से नए आविष्‍कारों में अग्रणी रहा है और आगे भी ऐसा ही होता रहेगा। नए साल के लिए शानदार शुरुआत।

अनुमोदन पर अलग-अलग स्‍वर 

ऐसे में जब पूरा देश जब कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है और इसके टीकाकरण की युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं, कांग्रेस के भीतर दो अलग-अलग सुर सामने आ रहे हैं। कुछ नेता जहां इसका विरोध कर रहे हैं तो कुछ इसे शानदार उपलब्धि बता रहे हैं। सनद रहे कि उत्तर प्रदेश के पूर्व और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा था कि भाजपा जो वैक्सीन लगाएगी, उसका भरोसा नहीं कर सकते हैं। इसलिए वह वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। जब हमारी सरकार आएगी तो सभी को फ्री वैक्सीन लगवाएंगे। कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इस बयान की निंदा की थी। वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपप्रधान उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि कोविड-19 वैक्सीन किसी राजनीतिक पार्टी की नहीं, बल्कि मानवता के लिए है।