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जिन्ना को 'साहब' कह गए दिग्विजय सिंह, मतपत्र से हुआ चुनाव तो कितनी सीटें जीतेगी BJP? कांग्रेस नेता ने दिया जवाब

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर विवादों में घिर चुके हैं। उन्होंने गुना में जिन्ना को साहब कहकर संबोधित किया। वहीं उन्होंने एक बार फिर मतपत्र के जरिए चुनाव कराने की वकालत की है। कुछ दिनों पहले ये अटकलें लगाई जा रही थी कि पूर्व कांग्रेस नेता कमलनाथ भाजपा में शामिल होने वाले हैं लेकन इस अटकलों पर अब विराम लग चुका है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Wed, 21 Feb 2024 09:50 AM (IST)
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मध्यप्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र किया।(फोटो सोर्स: जागरण)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Digvijay Singh on Jinnah। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर विवादों में घिर चुके हैं। उन्होंने एक बार फिर मोहम्मद अली जिन्ना को  'साहब' कहकर संबोधित किया है।

कांग्रेस नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करने गुना पहुचे थे। कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान वो ब्रिटिश शासन की बातें कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि भगत सिंह और अशफाक उल्ला को साथ फांसी दी गई। उस समय कभी हिंदू मुस्लिम के भेदभाव नहीं था, लेकिन अंग्रेजों ने फूट डालो राज करो को अपना राजनीतिक हथियार बनाया।

जब जिन्ना को साहब कह गए दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, अंग्रेजों ने हिंदू मुस्लिम के बीच दरार पैदा कर दी। मुस्लिम लीग, जमान ए इस्लाम, हिंदू महासभा का गठन किया गया, जिससे सभी आपसे में लड़ते रहें। उन्होंने आगे कहा, 'जिन्ना साहब' ने अंग्रेजों के खिलाफ कभी आंदोलन नहीं किया। न ही जमात ए इस्लाम ने किया। जमात ए उलेमा ने जरूर आंदोलन छेड़ा था, जिसके चलते मदनी साहब जेल गए थे।

उन्होंने आगे कहा, सावरकर साहब उस समय जेल में थे। सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांग ली थी, लेकिन मदनी ने माफी नहीं मांगी।

कांग्रेस नेता ने एक बार फिर की मतपत्र की वकालत

वहीं, दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर मतपत्र से चुनाव कराने की वकालत करते हुए कहा,"यदि मतपत्र से चुनाव करा दिया जाए तो भाजपा 200 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी। वहीं, दिग्विजय सिंह ने आगे आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा,"क्योंकि मैं उन्हें घास नहीं डालता, लेकिन 10 साल तक मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहने के बावजूद कभी आरएसएस और भाजपा के लोगों को परेशान नहीं किया।

बता दें कि कुछ दिनों पहले ये अटकलें लगाई जा रही थी कि पूर्व कांग्रेस नेता कमलनाथ भाजपा में शामिल होने वाले हैं, लेकन इस अटकलों पर अब विराम लग चुका है। वहीं, 2 मार्च से मध्य प्रदेश में न्याय की शुरुआत होने वाली है।

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