Live: कर्नाटक में DK होंगे बॉस या सिद्धारमैया 'सिद्ध' करेंगे ताकत? राहुल की मौजूदगी में खरगे के आवास पर मंथन
Karnataka CM Race कर्नाटक में अगला सीएम कौन होगा इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दिल्ली स्थित आवास पर मंथन चल रहा है। सीएम की रेस में डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया का नाम आगे चल रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Tue, 16 May 2023 01:16 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कर्नाटक में मुख्यमंत्री का नाम फाइनल करने में कांग्रेस के लिए मुश्किलें सामने आ रही हैं। विधानसभा चुनाव के नतीजे आए लगभग तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस आलाकमान अभी भी सीएम के नाम का एलान नहीं कर सका है। सीएम के नाम को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर बैठक हो रही है। बता दें कि पर्यवेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंप दी है, जिसके बाद ये बैठक बुलाई गई है।
खरगे के घर बैठक जारी
कर्नाटक के अगले सीएम का मसला दिल्ली में सुलझाया जा रहा है। खरगे के आवास पर हो रही बैठक में पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद हैं। बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए हैं। इसके अलावा कर्नाटक में कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक भी खरगे के घर पहुंच चुके हैं। डीके शिवकुमार आज ही कर्नाटक से दिल्ली आए, जबकि सिद्धारमैया सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी आए थे।
Delhi | Amid talks in Congress to decide Karnataka CM, Congress leader Rahul Gandhi arrives at the residence of party president Mallikarjun Kharge. pic.twitter.com/XychvLL1eg
— ANI (@ANI) May 16, 2023
क्या है डीके शिवकुमार का इशारा?
कर्नाटक से दिल्ली रवाना होते वक्त डीके शिवकुमार ने अहम इशारा किया। उन्होंने कहा, 'पार्टी मां समान होती है, पार्टी हाईकमान से मिलूंगा, हमें जो चाहिए होता है वो मां देती है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारी संख्या 135 है, मैं यहां किसी को विभाजित नहीं करना चाहता। अगर पार्टी चाहती है तो वे मुझे जिम्मेदारी देंगे। मैं बैकस्टैब नहीं करूंगा और मैं ब्लैकमेल नहीं करूंगा।'कैसा रहा विधानसभा चुनाव का रिजल्ट?
गौरतलब है कि 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। 224 विधानसभा सीटों में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतकर सरकार बनाई है। सत्ताधारी भाजपा मात्र 66 सीटों पर ही सिमट गई। वही, किंगमेकर बनने का इरादा रख रही जेडीएस की उम्मीदों को भी झटका लगा है। जेडीएस को इस चुनाव में सिर्फ 19 सीटें हासिल हुईं। अन्य को चार सीटें मिली हैं।