DMK ने अब भगवान राम के अस्तित्व पर उठाया सवाल, तमिलनाडु के मंत्री के विवादित बोल पर भड़की भाजपा
तमिलनाडु के परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने भगवान राम के अस्तित्व पर भी सवाल उठा दिया। मंत्री के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया और इंडी गठबंधन पर निशाना साधा। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि इंडी गठबंधन का हिंदू विरोधी रुख सामने आ गया है। के. अन्नामलाई ने भी मंत्री पर निशाना साधा।
एएनआई, चेन्नई। सनातन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले द्रमुक (DMK) ने अब भगवान राम पर विवादित बयान दिया है और उनके अस्तित्व पर ही सवाल उठाया है। तमिलनाडु के मंत्री एसएस शिवशंकर ने शुक्रवार को दावा किया कि ऐसा कोई ऐतिहासिक सुबूत नहीं है जो भारत और दुनियाभर में अरबों लोगों के पूजनीय हिंदू देवता राम के अस्तित्व को साबित कर सके।
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भाजपा ने कहा- पहले आम सहमति बना लें
उधर, भाजपा ने कटाक्ष किया कि द्रमुक मंत्री पहले भगवान राम पर आम सहमति बना लें। एक मंत्री कुछ कहते हैं तो दूसरे कुछ। इससे पूर्व पिछले वर्ष सितंबर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बीते वर्ष सितंबर में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी और इसे खत्म किए जाने की जरूरत बताई थी।
अरियालुर में डीएमके के मंत्री ने दिया विवादित बयान
अरियालुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए द्रमुक सरकार में मंत्री शिवशंकर ने कहा कि तमिलनाडु के लोगों का कर्तव्य है कि वे चोल सम्राट राजेंद्र चोल (राजेंद्र प्रथम) की विरासत का जश्न मनाएं और उनका सम्मान करें। उन्होंने कहा कि राज्य की इमारतें अभी भी उनके अस्तित्व को साबित करने के लिए सुबूत के तौर पर काम करती हैं जबकि इतिहास में ऐसा कोई सुबूत नहीं है जिसमें उल्लेख हो कि राम अस्तित्व में थे।मंत्री ने कहा- कोई प्रमाण नहीं
मंत्री ने कहा कि हमारे पास चोल वंश के शिलालेख, उनके द्वारा बनाए गए मंदिर और उनके द्वारा बनाई गई झील जैसे पुरातात्विक सुबूत हैं लेकिन, भगवान राम के इतिहास का पता लगाने के लिए कोई प्रमाण नहीं हैं। द्रमुक नेता ने कहा कि कुछ लोग दावा करते हैं कि भगवान राम 3,000 साल पहले रहते थे और वे उन्हें अवतार कहते हैं लेकिन अवतार पैदा नहीं हो सकता। अगर राम अवतार थे तो उनका जन्म नहीं हो सकता था अगर उनका जन्म हुआ तो वे भगवान नहीं थे।