Election 2024: पंजाब, तमिलनाडु में BJP तो एमपी और दिल्ली में कांग्रेस का नहीं खुला खाता, देखिए उन राज्यों की लिस्ट जहां दोनों रहे जीरो
Lok Sabha Election Result 2024 भाजपा इस बार नौ राज्यों में खाता खोलने से चूक गई। जबकि माहौल के बावजूद कांग्रेस 12 राज्यों में एक भी सीट हासिल नहीं कर पाई। भाजपा को दक्षिण के सबसे बड़े राज्य तमिलनाडु में कोई सीट नहीं मिली। इसी तरह केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में भाजपा गठबंधन की सरकार होते हुए भी वहां की एकमात्र सीट एक बार फिर कांग्रेस ने हासिल कर ली।
जेएनएन, नई दिल्ली। Lok Sabha Election Result 2024 लगातार विस्तार कर रही भाजपा इस बार नौ राज्यों में खाता खोलने से चूक गई। जबकि, माहौल के बावजूद कांग्रेस 12 राज्यों में एक भी सीट हासिल नहीं कर पाई। भाजपा को दक्षिण के सबसे बड़े राज्य तमिलनाडु में कोई सीट नहीं मिली।
पंजाब और पुडुचेरी में भी हाल बुरा
इसी तरह केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में भाजपा गठबंधन की सरकार होते हुए भी वहां की एकमात्र सीट एक बार फिर कांग्रेस ने हासिल कर ली। पंजाब में भी चुनाव नतीजे भाजपा के लिए अच्छे नहीं रहे, जहां पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली। मेघालय, मणिपुर, नगालैंड और सिक्कम में भी भाजपा का खाता शून्य ही रहा। जबकि, केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की एकमात्र सीट भी भाजपा ने एक दशक बाद खो दी।
कांग्रेस को 12 राज्यों में एक भी सीट नहीं
दूसरी ओर कांग्रेस का शून्य का खाता हालांकि 12 राज्यों में ही है, लेकिन यह ज्यादा बड़ा है क्योंकि ये वे राज्य हैं जहां कांग्रेस या तो सत्ता में है या फिर रह चुकी है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मध्य प्रदेश में सरकार बनाने का दावा कर रही थी। लेकिन लोकसभा में खाता शून्य पर चला गया। आंध्र प्रदेश कभी कांग्रेस का मजबूत गढ़ था, लेकिन लगातार दूसरी बार पार्टी को एक भी सीट नसीब नहीं हुई।
दिल्ली में भी कांग्रेस को झटका
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के बावजूद एक भी सीट नहीं मिली। हिमाचल प्रदेश में तो कांग्रेस की सरकार है लेकिन दोबारा हाथ खाली रह गए। उत्तराखंड व त्रिपुरा में भी दूसरे चुनाव में पार्टी शून्य की स्थिति बदल नहीं पाई। सिक्किम में भी शून्य ही रहा।सिक्किम विधानसभा चुनाव भी साथ ही हुआ था और नतीजा तीन जून को आया था। विधानसभा में कांग्रेस के 12 उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिले। भाजपा की हालत कांग्रेस से थोड़ी अच्छी थी लेकिन कुल 31 उम्मीदवारों को सम्मिलित रूप से जितने वोट मिले थे उससे ज्यादा वोट मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को मिले थे।