Emergency Row: गिरिराज सिंह ने याद दिलाया मुलायम का किस्सा तो कांग्रेस ने भाजपा के इन फैसलों को बताया काला इतिहास
25 जून 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर हमलावर हो गई है। एक तरह जहां कांग्रेस और उसके सहयोगी दल संवैधानिक मूल्यों पर कथित हमले के लिए मोदी सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं वहीं भाजपा और एनडीए के नेताओं ने आपातकाल के मुद्दे पर कांग्रेस पर जवाबी हमला किया।
एजेंसी, नई दिल्ली। आपातकाल की 49वीं वर्षगांठ पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) अब आमने-सामने हो गई है। बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों समेत भाजपा सांसदों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया।
भाजपा ने 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और संविधान का उल्लंघन करने के लिए विपक्षी पार्टी से माफी मांगने की मांग की। वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर पिछले 10 वर्षों में 'अघोषित आपातकाल' लागू करने का आरोप लगाया।
चिदंबरम ने बताया- भाजपा को वोट कम क्यों मिले
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने 1975 के आपातकाल पर टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। पी चिदंबरम ने कहा कि देश के लोगों ने 18वीं लोकसभा के लिए इस तरह से मतदान किया है कि कोई भी शासक संविधान के मूल ढांचे को नहीं बदल सकता। इस बार लोगों ने भाजपा की महत्वाकांक्षाओं को कम करने के लिए मतदान किया है।
चिदंबरम बोले- संविधान से ही आपातकाल खत्म हुआ
चिदंबरम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि आपातकाल हमें संविधान की रक्षा करने की याद दिलाता है। यह बिल्कुल सच है। मैं बताना चाहता हूं कि संविधान ने लोगों को एक और आपातकाल को रोकने का भी अधिकार दिया है। लोगों ने अपने अधिकार का इस्तेमाल करके ही भाजपा की महत्वाकांक्षाओं को कम करने के लिए मतदान किया।