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RSS के विजयादशमी कार्यक्रम में ISRO के पूर्व चीफ होंगे मुख्य अतिथि, पहले प्रयास में मंगल ग्रह पर पहुंचाया था भारतीय यान

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने इस बार विजयादशमी कार्यक्रम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व अध्यक्ष पद्म भूषण डॉ. के राधाकृष्णन को मुख्य अतिथि बनाया है। संघ के विजयादशमी कार्यक्रम को राधाकृष्णन भी संबोधित करेंगे। वहीं संघ प्रमुख मोहन भागवत के संबोधन पर सबकी निगाहें होंगी। बता दें कि हर साल संघ विजयादशमी कार्यक्रम मनाता है। यह संघ का सबसे अहम कार्यक्रम है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 16 Sep 2024 03:30 PM (IST)
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत। (फाइल फोटो)
पीटीआई, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपने वार्षिक 'विजयादशमी' समारोह में इसरो के पूर्व प्रमुख राधाकृष्णन को मुख्य अतिथि बनाया है। सोमवार को आरएसएस ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की।

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बता दें कि विजयादशमी आरएसएस का सबसे महत्वूर्ण कार्यक्रमों में से एक है। आरएसएस ने मुताबिक यह कार्यक्रम 12 अक्टूबर को सुबह 7:40 बजे रेशमबाग मैदान में आयोजित किया जाएगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत लोगों को संबोधित करेंगे।

केरल में जन्मे राधाकृष्णन

राधाकृष्णन ने ही पहले प्रयास में भारत को मंगल ग्रह तक पहुंचाया था। इनका पूरा नाम डॉ कोप्पिल्लील राधाकृष्णन है। वे प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक हैं। राधाकृष्णन का जन्म 29 अगस्त 1949 को केरल के इरिंजालकुड़ा में हुआ था। 

केरल विश्विद्यालय से की थी इंजीनियरिंग

डॉ॰ राधाकृष्णन ने 1970 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री केरल विश्वविद्यालय से हासिल की। इसके अगले साल यानी 1971 में तिरुअनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर में बतौर एवियॉनिक्स इंजीनियर के तौर पर इसरो में काम करना शुरू किया। हालांकि बाद में उन्होंने विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर का निदेशक भी बनाया गया था।

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