EVM Row: ईवीएम पर देशभर में छिड़ी बहस, एलन मस्क से नकवी तक; 10 प्वाइंट्स में पढ़ें किसने क्या कहा?
EVM Row लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। केंद्र में मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार भी बन चुकी है। मगर अचानक एलन मस्क ने ईवीएम पर सवाल उठाया तो विपक्ष ने भी इसे मुद्दा बना लिया। अखिलेश यादव से राहुल तक ने अपनी प्रतिक्रिया दी। भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ईवीएम को सुरक्षित तरीके से डिजाइन किया गया है।
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क के बयान के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का जिन्न एक बार फिर भारतीय राजनीति में उठ खड़ा हुआ है। विपक्ष लगातार ईवीएम को मुद्दा बना रहा है। मामला इतना बढ़ा कि भारत निर्वाचन आयोग तक को प्रेसवार्ता कर अपनी बात रखनी पड़ी। उधर, भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे पर विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाए हैं। आइए 10 प्वाइंट्स में जानें ईवीएम विवाद पर किसने क्या कहा...
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- एलन मस्क: एलन मस्क ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था कि हम लोगों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हटा देना चाहिए। मनुष्य के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से ईवीएम को हैक होने का जोखिम है।
- राहुल गांधी: भारत में ईवीएम एक ब्लैक बॉक्स है। किसी को इसकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता से जुड़ी गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं। राहुल गांधी ने कहा कि जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है। इससे धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।
- राजीव चंद्रशेखर: एलन मस्क के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ईवीएम पर उनका यह बयान बिल्कुल आम धारणा जैसा है कि कोई भी व्यक्ति बिल्कुल सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता है। यह सोचना गलत है। मस्क का बयान अमेरिका और अन्य स्थानों पर लागू हो सकता है। जहां इंटरनेट कनेक्टेड वोटिंग मशीन को बनाने की खातिर साधारण कंप्यूटर प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल होता है। मगर भारत में ईवीएम को सुरक्षित तौर पर डिजाइन किया गया है। ईवीएम को रि-प्रोग्राम नहीं किया जा सकता है।
- केसी त्यागी: जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, "कल चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद यह ईवीएम पर बहस खत्म हो जानी चाहिए। चुनाव नतीजों के तुरंत बाद किसी भी राजनीतिक दल के नेता ने कोई सवाल नहीं उठाया, लेकिन एलन मस्क की एक पोस्ट के बाद यह मुद्दा गरमा गया।"
- मुख्तार अब्बास नकवी: हमें ईवीएम को न तो भगवान बनाना चाहिए और न ही दानव। ईवीएम कई अग्निपरीक्षाओं से गुजरी है और इसमें सफल रही है। पहले लोग इस पर राष्ट्रीय स्तर पर हमला करते थे और अब कुछ 'अंतरराष्ट्रीय कॉन्ट्रैक्ट किलर' इसके खिलाफ खड़े हो गए हैं।
- अखिलेश यादव: तकनीक समस्याओं को दूर करने की खातिर होती है। मगर वही मुश्किलों की वजह बन जाए, तो इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। विश्व के कई चुनावों में आज ईवीएम को लेकर गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। दुनिया के तकनीक विशेषज्ञ ईवीएम में हेराफेरी के खतरे पर खुलेआम लिख रहे हैं। ईवीएम के इस्तेमाल की जिद के पीछे क्या वजह है? ये बात भाजपाई साफ करें।
- प्रफुल्ल पटेल: एलन मस्क को हमें मुफ्त में सलाह नहीं देनी चाहिए। वहां बैठकर उन्हें गाड़ियां बनानी चाहिए। जब कोई चीज हमारे फायदे की होती है तो बढ़िया लगता है। मगर जब वह हमारे नुकसान का होता है तो ईवीएम को गाली देते हैं।
- जीतन राम मांझी: सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि ईवीएम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है। वो (राहुल गांधी) सिर्फ अपने मनोरंजन के लिए कहते हैं। अगर ईवीएम में गड़बड़ी होती तो आज उनको इतनी सीटें नहीं मिलती। कर्नाटक में भी जीते हैं। ईवीएम पर सवाल उठाकर के वो सिर्फ अपनी कमजोरी को दिखा रहे हैं।
- शहजाद पूनावाला: ब्लैक बॉक्स की बात करने वाले राहुल गांधी अपने काले कारनामों को छिपाना चाहते हैं। यही वजह है कि वे अपने झूठ और फरेब को फैलाने के लिए अधूरी कहानी का इस्तेमाल करना चाहते हैं। कर्नाटक में डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ाने के काले कारनामों को छिपाने की खातिर वे इस कहानी का उपयोग कर रहे हैं।
- भारत निर्वाचन आयोग: चुनाव आयोग ने मस्क के बयान के बाद कहा कि ईवीएम किसी ओटीपी से अनलॉक नहीं होती है। वह अपने आप में एक स्वतंत्र मशीन है। इसमें तार या बिना तार के संचार की कोई व्यवस्था नहीं होती है।