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BJP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित प्रस्ताव का हिस्सा हो सकता है जी-20, तैयारियों को दिया जाएगा अंतिम रूप

जी-20 भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित प्रस्ताव का हिस्सा हो सकता है। पार्टी महासचिवों की बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। कार्यकारिणी की बैठक में आर्थिक और राजनीतिक प्रस्ताव भी पारित होंगे।

By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 10 Jan 2023 09:51 PM (IST)
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भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पारित प्रस्ताव का हिस्सा हो सकता है जी-20

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सोमवार और मंगलवार को दिल्ली में होने जा रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भारत की जी-20 की अध्यक्षता पर विशेष प्रस्ताव पारित हो सकता है। इस प्रस्ताव के सहारे भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को जी-20 की बैठकों को जनता से जोड़ने के लिए जनआंदोलन बनाने का संदेश दे सकती है। इसके अलावा एक आर्थिक और राजनीतिक प्रस्ताव भी पास किये जाएंगे। मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई महासचिवों की बैठक में कार्यकारिणी की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।

तीन प्रस्ताव किए जा रहे तैयार

भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए तीन प्रस्ताव किये जा रहे हैं। इनमें दो प्रस्ताव राजनीतिक और आर्थिक नीतियों को लेकर होंगे। तीसरा प्रस्ताव विदेश नीति को लेकर होगा, जिसमें भारत को मिली जी-20 की अध्यक्षता अहम होगा।

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जी-20 होगा जन भागीदारी का कार्यक्रम

एक वरिष्ठ महासचिव ने कहा कि जी-20 भले ही क्रमिक रूप से मिला हो, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसे जन भागीदारी का कार्यक्रम बनाना चाहते हैं। प्रधानमंत्री के इसी विजन को देखत हुए भाजपा ने जी-20 को अपने प्रस्ताव का हिस्सा बनाने का फैसला किया है। भाजपा एक पार्टी के रूप में हिस्सा नहीं लेगी, क्योंकि यह पूरे देश का कार्यक्रम है, लेकिन अपने कार्यकर्ताओं को समाज के एक अंग रूप में जी-20 की बैठकों के दौरान जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम बनाने के लिए कहेगी।

60 शहरों में 200 बैठकें

जी-20 की अध्यक्षता के दौरान देश के 60 शहरों में 200 बैठकों का आयोजन किया जाना है। वहीं राजनीतिक प्रस्ताव में गुजरात चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत का विशेष उल्लेख होगा और लगातार सातवीं बार मिली जीत को पार्टी के लिए बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश किया जाएगा। इसके अलावा, देश के मौजूदा राजनीतिक हालात भी प्रस्ताव का हिस्सा हो सकता है। वहीं, आर्थिक प्रस्ताव में मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को जगह मिलेगी। साथ ही, कोरोना संकट और यूक्रेन संकट के बावजूद भारत की सबसे तेजी से विकसित होने वाली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए आर्थिक नीतियों की भी रेखांकित किया जा सकता है।

160 हारी हुई लोकसभा सीटों पर खास फोकस

दिन भर चली महासचिवों की बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अलावा अभी तक नहीं जीते गए 160 लोकसभा सीटों पर की जा रही तैयारियों की भी समीक्षा की गई। सभी महासचिवों ने अपने-अपने राज्यों में आने सीटों के बारे में बताया कि मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के प्रवास में कहां कमी रही है और इसे कैसे दूर किया जाए। इसके अलावा चुनावी साल शुरू होने के बाद इन सीटों पर कार्यक्रमों और उनमें पार्टी के बड़े नेताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की रणनीति पर भी चर्चा हुई।

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