नेता विपक्ष की टीम में गौरव गोगोई को मिली अहम जिम्मेदारी, कांग्रेस ने लोकसभा में बनाया उपनेता
लोकसभा में मुख्य विपक्षी नेता राहुल गांधी की टीम में गौरव गोगोई को अहम जिम्मेदारी मिली है। कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा में उपनेता बनाया है। इसके साथ ही पार्टी ने आठ बार के सांसद के सुरेश को चीफ व्हिप और मणिक्कम टेगौर एवं जावेद को व्हिप बनाने की घोषणा की है। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसकी जानकरी दी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के पहले मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने तीसरी बार असम से चुनाव जीते तेज-तर्रार युवा सांसद गौरव गोगोई को लोकसभा में पार्टी का उपनेता नियुक्त करने की घोषणा की है। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की संसदीय कोर टीम में गौरव गोगोई के साथ ही केरल से आठ बार के सांसद के सुरेश को भी अहम भूमिका देते हुए लोकसभा में कांग्रेस का चीफ व्हिप बनाया गया है।
वहीं कांग्रेस की युवा ब्रिगेड सांसदों में मुखर चेहरा रहे तमिलनाडु के सांसद मणिक्कम टैगोर के साथ बिहार के किशनगंज से लगातार दूसरी बार चुनाव जीते डॉ मोहम्मद जावेद को सदन में पार्टी का व्हिप नियुक्त किया गया है। विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए गठबंधन का लोकसभा में नेतृत्व कर रहे नेता विपक्ष राहुल गांधी को सदन की कार्यवाही में सहयोग देने के लिए इन जुझारू और मुखर चेहरों को अहम संसदीय जिम्मेदारी दी गई है।
सोनिया गांधी ने दी स्पीकर को जानकारी
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गौरव गोगोई को सदन में पार्टी का उपनेता नियुक्त करने के साथ मुख्य सचेतक और दो सचेतकों की नियुक्ति की सूचना लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर भेज दी है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने स्पीकर को पत्र भेजे जाने की जानकारी एक्स पोस्ट पर साझा करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी के मार्गदर्शन में पार्टी संसदीय टीम के सदस्य कांग्रेस और आईएनडीआईए की पार्टियां लोकसभा में लोगों के मुद्दों को पूरी ऊर्जा के साथ उठाएंगी।संसद का बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और नई लोकसभा में सरकार तथा विपक्ष के बीच सहयोग-समन्वय से लेकर सियासी तकरार की निर्णायक दशा-दिशा इसी दौरान निर्धारित हो जाएगा। इस लिहाज से नेता विपक्ष के तौर पर पहली बार संवैधानिक भूमिका में आए राहुल गांधी को सदन में जुझारू-मुखर होने के साथ प्रभावशाली सहयोगियों की जरूरत है।
बदल चुका है नई लोकसभा का स्वरूप: राहुल गांधी
विशेषकर यह देखते हुए कि नेता विपक्ष की जिम्मेदारी संभालने के बाद नई लोकसभा के पहले सत्र के दौरान ही राहुल गांधी ने मोदी सरकार को आगाह कर दिया था कि अब सदन की कार्यवाही एकतरफा चलाने की कोई कोशिश आईएनडीआईए गठबंधन बर्दास्त नहीं करेगा। मजबूत विपक्ष की एकजुटता का हवाला देते हुए उन्होंने यह भी कहा था कि नई लोकसभा में संख्या बल का स्वरूप बदल चुका है और विपक्ष जनता के मुद्दों को सदन में बहस-चर्चा के लिए उठाएगा।इतना ही नहीं राहुल ने लोकसभा में ही एलान किया था कि सदन में वे आईएनडीआईए की सभी पार्टियों का नेतृत्व कर रहे हैं और सबको साथ लेकर चलना उनकी जिम्मेदारी है। इस कसौटी पर गौरव गोगोई और टैगोर जैसे चेहरे कांग्रेस की जरूरत हैं, जिनके कई सहयोगी दलों के सांसदों से भी बेहतर रिश्ते हैं। पिछली लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता के तौर पर गोगोई ने मोदी सरकार की मोर्चाबंदी करने से लेकर मणिपुर हिंसा पर सदन में अपने संबोधन के जरिए सबका ध्यान खींचा था।