'विरासत कर लगा तो रुक जाएगी अर्थव्यवस्था, भारत के 99 प्रतिशत लोग...', कांग्रेस के सुझाव पर बोले अर्थशास्त्री
संपत्ति के बंटवारे को लेकर देश में सियासी घमासान मचा हुआ है। भाजपा का आरोप है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वो देशवासियों की संपत्ति का सर्वे करेगी। अर्थशास्त्री गौतम सेन ने कहा कि संपत्ति की सर्वे जैसी योजना भारत में नहीं चलेगी। वही संपत्ति के बंटवारे करने से देश की अर्थव्यवस्था रूक जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबों के विकास के लिए कई कदम उठाए।
केवल लगभग 12 करोड़ लोगों के पास 102 करोड़ से अधिक की संपत्ति: गौतम सेन
इसी बीच अर्थशास्त्री गौतम सेन ने समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत के दौरान कहा कि संपत्ति का बंटवारे की योजना भारत में काम नहीं करने वाली। उन्होंने कहा कि केवल लगभग 12 करोड़ लोगों के पास 102 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। लेकिन इनमें से लगभग सभी ने अपने व्यवसायों में निवेश किया है। वहीं, संपत्ति के बंटवारे की वजह से देश के 98 से लेकर 99 प्रतिशत लोगों की जिंदगी पर बुरा असर पड़ेगा।#WATCH | On Congress leader Rahul Gandhi's idea of redistribution of wealth, economist Gautam Sen says, "...It won't work in India...As I said, only about 12 crore people have wealth in the excess of 102 crores each. But almost all of these have invested in their businesses. So,… pic.twitter.com/69SAmZ8iSu
— ANI (@ANI) May 8, 2024
मोदी सरकार ने गरीबों की जिंदगी बनाई बेहतर: गौतम सेन
गौतम सेन ने आगे कहा,"देश में जो लोग दुकान चलाते हैं छोटे व्यापार करते हैं अगर उनकी संपत्ति का बंटवारा होता है तो देश की अर्थव्यवस्था रुक जाएगी। देश की संपत्ति का बंटवारा करने के लिए आपको हर दो साल में सर्वेक्षण करना होगा। पिछले 10 वर्षों में असल मायने में संपत्ति का बंटवारा देखा जा सकता है, जहां देश में सड़कों का निर्माण हुआ, लोगों के घर बनाए गए, शौचालय बनाए गए। हेल्थ सेक्टर पर पैसे खर्च किए गए। गैस सब्सिडी दिए गए।"उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार के लिए गए ज्यादातर फैसले गरीबों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए लिए गए। देश में 25 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से ऊपर लाए गए।