1952 General Election: भारत में 1952 में पहली बार हुए थे आम चुनाव, सुकुमार सेन बने थे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त
आम चुनाव 2024 के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है। राजनीतिक दल से लेकर प्रत्याशी तक चुनावी मैदान में उतरने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की शुरुआत होगी। आज हम बात करेंगे भारत के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन के बारे में जिनकी देखरेख में स्वतंत्र भारत का पहला आम चुनाव 1952 में संपन्न हुआ था।
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। आम चुनाव 2024 के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है। राजनीतिक दल से लेकर प्रत्याशी तक चुनावी मैदान में उतरने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। आज हम बात करेंगे भारत के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन के बारे में, जिनकी देखरेख में स्वतंत्र भारत का पहला आम चुनाव 1952 में संपन्न हुआ था।
1951 में चुनाव करवाने को व्यग्र थे जवाहरलाल नेहरू
1947 में भारत की आजादी के दो साल बाद, मार्च 1950 में भारतीय चुनाव आयोग का गठन हुआ। सुकुमार सेन को उसका पहला मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया। उसके एक महीने बाद संसद में लोक प्रतिनिधत्व कानून पारित हुआ। संसद में इस अधिनियम के प्रस्ताव को पेश करते समय तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने आम चुनाव 1951 के बसंत की शुरुआत में होने की उम्मीद जताई।
नेहरू की व्यग्रता स्वाभाविक थी, पर उस समय चुनाव करवाने वाले व्यक्ति का नजरिया कुछ सावधानी भरा था। वर्ष 1899 में पैदा हुए सुकुमार सेन ने कलकत्ता (अब कोलकाता) के प्रेसीडेंसी कालेज और लंदन विश्वविद्यालय में पढ़ाई की।
उन्हें लंदन विश्वविद्यालय में गणित विषय में स्वर्ण पदक मिला। सेन देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर 21 मार्च 1950 से 19 दिसंबर 1958 तक रहे। शायद यह सेन की गणित की पृष्ठभूमि ही थी, जिसके कारण उन्होंने प्रधानमंत्री से देश में आम चुनाव संपन्न करवाने के लिए अधिक समय देने का अनुरोध किया। वह जानते थे कि आम चुनाव की तैयारियों में वक्त लगेगा।
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