राज्यसभा में विदाई भाषण में बोले गुलाम नबी आजाद- हिन्दुस्तानी मुसलमान होने पर गर्व
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैं उन खुशकिस्मत लोगों में से हूं जिनको कभी पाकिस्तान जाने का मौका नहीं मिला। जब मैं पाकिस्तान में परिस्थितियों के बारे में पढ़ता हूं तो मुझे हिंदुस्तानी मुसलमान होने पर गर्व महसूस होता है।
By Manish PandeyEdited By: Updated: Tue, 09 Feb 2021 01:04 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल पूरा हो रहा है और उन्हें आज विदाई दी गई। अपने विदाई भाषण में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैं एक गौरवशाली भारतीय मुसलमान हूं। मुसलमानों को इस देश पर गर्व होना चाहिए, लेकिन बहुसंख्यक समुदाय को अल्पसंख्यक की तरफ भी कदम बढ़ना चाहिए।
उन्होंने राज्यसभा में कहा, 'मैं उन खुशकिस्मत लोगों में से हूं जिनको कभी पाकिस्तान जाने का मौका नहीं मिला। जब मैं पाकिस्तान में परिस्थितियों के बारे में पढ़ता हूं, तो मुझे एक हिंदुस्तानी मुसलमान होने पर गर्व महसूस होता है।'
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैं 41 साल से संसद और राज्य विधानसभा में हूं। मुझे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें ज्योति बसु सहित कई बड़े नेताओं के साथ बातचीत करने का मौका दिया। आजाद ने सदन से आग्रह किया कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दों पर विचार किया जाना चाहिए और राज्य के लोगों के लाभ के लिए जल्द ही राज्य की बहाली की जानी चाहिए।I am among those fortunate people who never went to Pakistan. When I read about circumstances in Pakistan, I feel proud to be a Hindustani Muslim: Congress MP Ghulam Nabi Azad in his retirement speech in RS pic.twitter.com/0nmJdkMWI8
— ANI (@ANI) February 9, 2021
इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद में की तरीफ करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए। गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब वह कोरोना महामारी पर सदन में विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक बुलाने पर विचार कर रहे थे तब आजाद ने फोन कर उन्हें सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाने का सुझाव दिया था। बता दें कि गुलाम नबी आजाद के साथ ही भाजपा के शमशेर सिंह मन्हास और पीडीपी के मीर मोहम्मद फ़ैयाज और नजीर अहमद लवाय का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। आजाद और नजीर अहमद का कार्यकाल 15 फरवरी को और मन्हास तथा मीर फयाज का कार्यकाल 10 फरवरी को पूरा हो रहा है।