Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

'किम जोंग से कम नहीं हैं ममता बनर्जी', पीएम की कुर्सी वाले बयान पर भाजपा ने किया पलटवार

तृणमूल छात्र परिषद की स्थापना दिवस पर एक रैली में ममता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लेकर आरोप लगाया कि आरजी कर मामले में कुछ लोग अपनी पार्टी का इस्तेमाल करके बंगाल को अशांत करने के लिए आग लगवाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम ममता के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है

By Agency Edited By: Piyush Kumar Updated: Thu, 29 Aug 2024 12:19 PM (IST)
Hero Image
गिरिराज सिंह ने बंगाल सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा है।(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)

एएनआई, पटना। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए अत्याचार को लेकर बंगाल में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं, इम मामले को लेकर देश में सियासी उबाल है। बुधवार को बीजेपी ने बंगाल बंद का एलान किया था। कई जगहों पर बंगाल बंद के दौरान बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। वहीं, बंगाल बंद को लेकर बुधवार को सीएम ममता बनर्जी काफी भड़क गईं थीं।

ममता बनर्जी ने दी पीएम मोदी को चुनौती

तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर  एक रैली में ममता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लेकर आरोप लगाया कि आरजी कर मामले में कुछ लोग अपनी पार्टी का इस्तेमाल करके बंगाल को अशांत करने के लिए आग लगवाने की कोशिश कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने कहा, "याद रखिए, अगर आपने बंगाल को जलाया तो असम, नॉर्थ-ईस्ट, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। हम आपकी (पीएम) कुर्सी हिला देंगे।"

गिरिराज सिंह ने सीएम ममता पर साधा निशाना

सीएम के इस बयान पर भाजपा नेताओं की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ममता बनर्जी की तुलना उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से कर दी।

उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा,"यह एक लोकतांत्रिक व्यक्ति, एक मुख्यमंत्री की भाषा नहीं हो सकती। जिस तरह उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन अपने विपक्ष को बर्दाश्त नहीं करते। इसी तरह, ममता बनर्जी अपने विपक्ष के शब्दों को बर्दाश्त नहीं करतीं।"

बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला चिकित्सक से दरिंदगी की घटना के खिलाफ भाजपा ने बुधवार को 12 घंटे बंगाल बंद का एलान किया था। राज्य में बंद का व्यापक असर देखने को मिला। राज्य में सुबह से ही कई स्थानों पर रेल, बस और सड़क अवरोधों के कारण सार्वजनिक परिवहन सेवाओं पर असर पड़ा, लोगों को असुविधा हुई। कई हिस्सों में जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ।

यह भी पढ़ें: Nabanna Abhijan Rally: क्या है नवान्न अभियान? जिससे निपटने के लिए ममता सरकार को करनी पड़ी 5000 पुलिसकर्मियों की तैनाती