Goa Assembly Speaker: गोवा विधानसभा के स्पीकर चुने गए भाजपा विधायक रमेश तावड़कर, कांग्रेस के एलेक्सी सिकेरा को हराया
भाजपा विधायक रमेश तावड़कर को गोवा विधानसभा का नया स्पीकर चुना गया है। स्पीकर के लिए हुई वोटिंग में उन्होंने कांग्रेस के एलेक्सी सिकेरा को मात दी। रमेश तावड़कर को 24 वोट मिले थे। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 20 सीटें जीती हैं।
By Manish NegiEdited By: Updated: Tue, 29 Mar 2022 02:06 PM (IST)
पणजी, एएनआइ। गोवा विधानसभा के स्पीकर के लिए मंगलवार को वोटिंग हुई। भाजपा विधायक रमेश तावड़कर को गोवा का नया विधानसभा स्पीकर चुना गया है। स्पीकर के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के एलेक्सी सिकेरा को मात दी। रमेश तावड़कर को 24 वोट मिले जबकि कांग्रेस उम्मीदवार एलेक्सो सिकेरा को सिर्फ 15 वोट ही मिले।
प्रमोद सावंत ने ली सीएम पद की शपथ इससे पहले, कल यानी सोमवार को प्रमोद सावंत ने गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। प्रमोद सावंत लगातार दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने हैं। प्रमोद सावंत के अलावा भाजपा के आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ भी ली है।
प्रमोद सावंत की कैबिनेट भाजपा विधायक विश्वजीत राणे, रवि नायक, अतानासियो मोनसेरेट, मौविन गोडिन्हो, नीलेश कबराल, सुभाष शिरोडकर, रोहन खुंटे और गोविंद गौड़े प्रमोद सावंत की सरकार में मंत्री बने हैं। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में किया गया था।
सीएम बनने के बाद सावंत ने किए वादे सावंत ने भरोसा दिलाया है कि भाजपा सरकार गोवा के विकास के लिए काम करेगी। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए रोजगार के मौके उपलब्ध कराने का भी वादा किया है। सावंत ने कहा कि उनकी सरकार टूरिज्म के क्षेत्र को बढ़ावा देने पर भी काम करेगी। उन्होंने खनन गतिविधियों को शुरू करने को भी कहा है, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। सीएम सावंत ने विश्वास जताते हुए कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के नेतृत्व में गोवा को एक 'स्थिर और सक्षम' सरकार देगी।
एमजीपी और निर्दलीय विधायकों का भाजपा को समर्थन बता दें कि 14 फरवरी को गोवा की सभी 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। भाजपा ने सबसे ज्यादा 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी, हालांकि बहुमत पाने में एक सीट दूर रही। कांग्रेस ने 11, निदर्लीयों ने तीन सीटों पर कब्जा किया था। साथ ही महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और आम आदमी पार्टी ने दो-दो सीटें जीती थी। जीएफपी और आरजीपी ने एक-एक सीट जीती थी। एमजीपी के दो विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया है।