राज्यपाल जगदीश मुखी बोले- अगले विधानसभा सत्र में गौ संरक्षण विधेयक लाएगी असम सरकार
असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार अगले विधानसभा सत्र में गौ संरक्षण विधेयक पेश करने की योजना बना रही है। इसके जरिये गाय के राज्य के बाहर परिवहन पर प्रतिबंध लग जाएगा।
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Sat, 22 May 2021 07:08 PM (IST)
गुवाहाटी, पीटीआइ। असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार अगले विधानसभा सत्र में गौ संरक्षण विधेयक पेश करने की योजना बना रही है। इसके जरिये गाय के राज्य के बाहर परिवहन पर प्रतिबंध लग जाएगा। 15वीं विधानसभा के पहले सत्र को संबोधित करते हुए जगदीश मुखी ने कहा कि लोग गाय को पवित्र मानते हुए उसका सम्मान और पूजा करते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि गाय के संरक्षण के लिए राज्य सरकार जीरो-टालरेंस की नीति अपनाएगी और जो उसे राज्य के बाहर ले जाते हुए पाया जाएगा, उसे कड़ा दंड दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह विधेयक पारित हो जाने पर असम भी उन राज्यों में शुमार हो जाएगा जिन्होंने इस तरह के विधेयक पारित किए हैं। मुखी ने कहा कि गाय लोगों को जीवनदायी दूध देती है, इस तरह वह लोगों का पोषण करती है। वहीं दूसरी ओर लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने वाले राज्यों में गुजरात भी शामिल हो गया है। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उस संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी है। इस विधेयक में शादी के जरिये जबरन मतांतरण पर तीन से 10 साल तक की कैद की सजा के साथ ही लाखों के जुर्माने का प्रविधान है। गुजरात धार्मिक स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक, 2021 इस साल पहली अप्रैल को राज्य विधानसभा में पारित हुआ था।
इस बीच भाजपा के बिस्वजीत दैमरी को 15वीं असम विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया है। चूंकि अन्य कोई नामांकन ही नहीं आया इसलिए प्रोटेम स्पीकर फणी भूषण चौधरी ने 47 वर्षीय आदिवासी नेता दैमरी को विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित करने की घोषणा कर दी। इस पद के लिए कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दल ने किसी उम्मीदवार को खड़ा नहीं किया था। वह बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। उन्होंने पनेरी से 32,852 मतों से विधानसभा चुनाव जीता था।