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Monsoon Session: देशभर में धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में 2018 से 2020 के बीच चार हजार से ज्यादा किए गए गिरफ्तार

Monsoon Session 2022 28 राज्यों और आठ केंद्रशासित प्रदेशों में उत्तर प्रदेश इन तीन सालों में 628 गिरफ्तारियों के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद तमिलनाडु में 613 केरल में 552 आंध्र प्रदेश में 387 गिरफ्तारियां हुई हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Tue, 02 Aug 2022 05:17 PM (IST)
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लोकसभा में जानकारी देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय

नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में 2018 और 2020 के बीच धार्मिक भावनाओं को आहत करने, धर्म और नस्ल के आधार पर कितनी गिरफ्तारियां हुईं। इसकी जानकारी सरकार ने संसद में दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को लोकसभा को बताया कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने, धर्म और नस्ल के आधार पर कई समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में 2018 और 2020 के बीच कुल 4,794 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन गिरफ्तारियों में से 1,716 लोगों को 2018 में गिरफ्तार किया गया था। तृणमूल कांग्रेस सांसद मिमी चक्रवर्ती के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में जानकारी साझा की। इसमें उन्होंने कहा कि 2019 में 1,315 और 2020 में 1,763 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 

28 राज्यों और आठ केंद्रशासित प्रदेशों में उत्तर प्रदेश इन तीन सालों में 628 गिरफ्तारियों के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद तमिलनाडु में 613, केरल में 552, आंध्र प्रदेश में 387 गिरफ्तारियां हुई हैं।

मणिपुर से 23 लोगों को किया गया गिरफ्तार

ऐसे मामलों में गिरफ्तारियों की संख्या उत्तर-पूर्वी राज्यों में बहुत कम थी। हालांकि, असम में 351 गिरफ्तारियां की गईं, जबकि मणिपुर से 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया। तेलंगाना, गुजरात और राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में भी बड़ी संख्या में मामले सामने आए थे। गोवा उन राज्यों में से एक था जहां 2018 और 2020 के बीच समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आधार पर केवल दो गिरफ्तारियां दर्ज की गईं।

केंद्रशासित प्रदेशों से नहीं हुईं एक भी गिरफ्तारियां

इन तीन सालों में जम्मू-कश्मीर में कुल 34 गिरफ्तारियां की गईं जबकि 31 ऐसी गिरफ्तारियां दिल्ली से की गईं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) और मंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार लद्दाख, पुडुचेरी, लक्षद्वीप और चंडीगढ़ केंद्रशासित प्रदेशों से एक भी गिरफ्तारी नहीं हुईं।

एनआईए ने दर्ज किए 17 मामले

मामलों को दर्ज करने के संदर्भ में राय ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2017 और 29 जुलाई 2022 के बीच धार्मिक भावनाओं को आहत करने और दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोप में 17 मामले दर्ज किए। इन 17 मामलों में से एनआईए ने 2017 में एक मामला, 2018 में चार, 2019 में दो, 2020 और 2021 में तीन-तीन और इस साल 29 जुलाई तक चार मामले दर्ज किए।