हनुमान बेनीवाल का बड़ा बयान- उपराष्ट्रपति भी बहुत ज्यादा ठीक नहीं थे, उनको चुप्पी तोड़कर सच बताना चाहिए
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि धनखड़ को अपनी चुप्पी तोड़कर इस्तीफे का सच जनता को बताना चाहिए। बेनीवाल ने भाजपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने ओसियां विधायक भैराराम सियोल के एयरपोर्ट विवाद पर भी अपनी राय रखी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनकर लेकर बयान दिया है। हनुमान बेनीवाल ने कहा की देश के लोग यह जानना चाहते हैं कि इस्तीफा के पीछे की वजह क्या थी? यदि उन्हें डराकर हटाया गया है , तो देश का किसान उनके साथ है ।
हनुमान बेनीवाल ने यह भी कहा कि उपराष्ट्रपति भी बहुत ज्यादा ठीक नहीं थे वह भी ज्यादा पंचायती करते थे। इसलिए इस मामले पर धनखड़ को अपनी चुप्पी तोड़कर जनता को सच बताना चाहिए।
भाजपा और कांग्रेस पर साधा निशाना
जोजरी दूषित पानी मामले में बालोतरा की डोली गांव में आंदोलन करने जा रहे हैं बेनीवाल ने जोधपुर के सर्किट हाउस में मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रदेश भाजपा सरकार और कांग्रेस पर भी हमला बोला।
जोधपुर में पत्रकारों से बात करते हुए हनुमान बेनीवाल ने स्पष्ट किया कि वह चोरी के मामले में एलाइंस के साथ है। लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस वोट चोरी पर तो बोल रही है लेकिन पेपर चोरी पर चुप हो जाती है।कांग्रेस विपक्ष में है तो उन्हें आवाज उठानी चाहिए लेकिन हम लोग विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।
बेनीवाल का आरोप
भाजपा ओसियां विधायक भैराराम सियोल के एयरपोर्ट के भीतर प्रवेश नहीं जाने की विवाद पर बेनीवाल ने कहा कि जाटों नेताओं की तो बेज्जती 1952 से लेकर 2024 तक पहुंच रही है 22% पॉपुलेशन होने के बाद में भी ना तो कांग्रेस ना ही भाजपा ने कभी किसी जाट को मुख्यमंत्री बनाया। जब भैराराम का नाम एयरपोर्ट के अंदर जाने की सूची में था ही नहीं तो वह गए ही क्यों ? क्यों अपनी बेइज्जती कार्रवाई। जब नाम नहीं था तो वहां जाना नहीं चाहिए ।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की जाति को लेकर भी उठाए सवाल
नागौर सांसद ने कहा सीएम भजनलाल शर्मा के आसपास 5-7 लोग ऐसे हैं , जो उन्हें ले डूबेंगे । हम भजनलाल शर्मा के जाति संबधी हलफनामे को चेक करवा रहे हैं । उन्होंने दो - तीन हलफनामे दिए थे । मुझे तो लगता है उनकी जाति भी दूसरी निकल सकती है । एक बार चेक कर लेते हैं । उसमें जाति शर्मा लिखी है । जबकि शर्मा कोई जाति नहीं , जाति ब्राह्मण है।
उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का हलफनामा निकालने की बात कही। कहा कि हम दस्तावेज निकल रहे हैं यह ब्राह्मण है या नहीं। शर्मा तो कोई भी लगा लेता है कई जातियों में शर्मा लगाया जाता है क्या पता वह ब्राह्मण ना निकले।
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