'केंद्र सरकार की छोटी मानसिकता', लाल किले में राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बिठाने पर क्यों मचा बवाल?
Independence Day Celebration भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले में आयोजित समारोह में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बिठाने पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस ने इसे केंद्र सरकार की छोटी मानसिकता बताते हुए कहा कि छोटे मन के लोगों से बड़ी चीजों की उम्मीद करना बेमानी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को प्रोटोकॉल का सम्मान न देकर पीछे की पंक्ति में बिठाए जाने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इसे उसकी छोटी मानसिकता और कुंठा का प्रमाण बताया।
कांग्रेस डिजिटल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने नेता प्रतिपक्ष को उचित सम्मान नहीं दिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि छोटे मन के लोगों से बड़ी चीजों की उम्मीद करना बेमानी है। नेता प्रतिपक्ष को स्वतंत्रता दिवस समारोह में पांचवीं पंक्ति में बिठा कर पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपनी कुंठा जरूर दिखाई, लेकिन इससे राहुल गांधी को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
कांग्रेस ने बताया लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष की रैंक कैबिनेट मंत्री की होती है और सरकार के मंत्री पहली लाइन में बैठें थे, मगर छुद्र मानसिकता वालों को लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की भी कोई परवाह नहीं है। वैसे लालकिले पर खिलाड़ियों के बीच पीछे की पंक्ति में बैठे राहुल प्रोटोकॉल विवाद से दूर समारोह के दौरान काफी सहज दिखे।रक्षा मंत्रालय ने बताई पीछे बिठाने की वजह
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि रक्षा मंत्रालय का बयान सरकार को और बेनकाब कर रहा है कि ओलंपिक खिलाड़ियों को आगे बिठाया गया था, इसलिए नेता विपक्ष को पीछे की सीट दी गई। उन्होंने कहा कि ओलंपिक सितारों को बिल्कुल सम्मान दीजिए मगर, जेपी नडडा, अमित शाह, जयशंकर, निर्मला सीतारमण क्या इनका सम्मान नहीं करते।राहुल गांधी ही नहीं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के लिए भी पांचवी पंक्ति में ही सीट रखी गई थी। सुप्रिया ने कहा कि सच यह है कि राहुल गांधी से मोदी और उनके मंत्री आंखें चुराते हैं और असहज हो जाते हैं। राहुल गांधी पांचवीं लाइन में बैठें या पचासवीं, वो जननायक ही रहेंगे, लेकिन आप इस तरह की गलीच हरकतें करना कब बंद करेंगे?