जमीन पर बिखरा I.N.D.I. गठबंधन, इन 7 राज्यों ने बढ़ाई Congress की सिरदर्दी; क्या स्वार्थ की भेंट चढ़ी कथित एकजुटता?
I.N.D.I.A. Alliance लोकसभा चुनाव से पहले आईएनडीआईए का कुनबा बिखरता जा रहा है। रविवार को विपक्षी गठबंधन के मुख्य सूत्रधार नीतीश कुमार ने आईएनडीआईए को अलविदा कह दिया। वहीं यूपी एमपी बंगाल बिहार समेत कई राज्यों में विपक्षी दलों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आइए जरा जान लें कि विपक्षी गठबंधन में मौजूद घटक दलों की क्या सोच है।
जेएनएन, नई दिल्ली I.N.D.I.A. Alliance। लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी न्याय यात्रा पर हैं। वहीं, सीट बंटवारे को लेकर आईएनडीआईए गठबंधन बिखरता नजर आ रहा है। क्षेत्रीय दल कांग्रेस को खास तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
दूसरी ओर नीतीश कुमार और ममता बनर्जी ने विपक्षी गठबंधन को लगभग अलविदा कह दिया है। कागजों पर भले ही विपक्षी नेताओं का यह ग्रुप काफी विशाल और पैन-इंडिया दिख रहा हो, लेकिन जमीन पर आईएनडीआईए पूरी तरह बिखर चुका है। आइए जरा जान लें कि विपक्षी गठबंधन में मौजूद घटक दलों की क्या सोच है।
उत्तर-प्रदेश
अखिलेश यादव ने खींच दी सीमा रेखा
उत्तर प्रदेश में भी विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कांग्रेस के साथ 11 सीटों पर गठबंधन की सोशल मीडिया पर एकतरफा घोषणा कर दी। इसे लेकर कांग्रेस की प्रदेश इकाई में अंदरखाने नाराजगी है, यह इतनी सीटों से संतुष्ट नहीं है।
बसपा मुखिया मायावती पहले ही एनडीए व आईएनडीआईए दोनों गठबंधन से अलग चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। ऐसे में एनडीए के खिलाफ विपक्ष के साझा उम्मीदवार उतारने की रणनीति को झटका लगा है।
झारखंड
सीटों पर खींचतान
झारखंड में आइएनडीआईए गठबंधन के प्रमुख घटक दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस में सीटी को लेकर खींचतान चल रही है। राज्य की कुल 14 लोकसभा सीटों में कांग्रेस ने 10 पर दावेदारी की है, वहीं झामुमो ने कहा है कि वह सात से कम सीटों पर समझौता करने की तैयार नहीं है। राजद और वाम दल ने भी दो-दो सीटी पर दावा ठोका है। फिलहाल सीटों को लेकिन इन दलों में सहारा बनती नहीं दिख रही है।हालांकि, अभी इन दलों में बातचीत चल रही है और इस मुद्दे पर अंतिम रूप से कोई निर्णय नहीं हुआ है। पिछले लोकसभा कुसा में कांग्रेस के हिस्सों में नौ और झामुमो के हिस्सों में पांच सीटें आई थी। राजद और झामुमो ने अपने कोटे से एक-एक सीट दी थी।
बंगाल
एकला चलो राग
आइएनडीआईए गठबंधन के अस्तित्व पर प्रशन बन हुआ है। बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रिमो ममता बनर्जी ने बुधवार को ही घोषणा कर दी है कि वे अकेले ही चुनाव लड़ेगी। कसग्रेस की ओर से उन्हें मनाने की कोशिश हो रही है लेकिन ममता मानने को तैयार नहीं है। खबर आई कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खररी ने ममता से बात की है, लेकिन ममता ने कोई भी बात होने से इनकार कर दिया है । कांग्रेस को दो सीटें ममता दे रही है, लेकिन कांग्रेस कम से कम सात से दस सीटें की मांग कर रही है।पंजाब
सिरे नहीं चढ़ पा रहा आप और कांग्रेस का गठबंधन
आइएनडीआइए के घटक दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी कामठबंधन पंजाब में सिरे नहीं बढ़ पा रहा है। इसका मुख्य कारण पंजाब काग्रेस का विरोध है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि अगर सतारुढ़ आप के साथ गठबंधन होता है तो उनका जमीनी आधार खत्म हो जाएगा। कारण, पास की विपक्ष का दर्जा प्राप्त है तो आम आदमी पार्टी की सरकार है। कांग्रेस के दो दर्जन से अधिक नेताओं पर भ्रष्टाचार के केस दर्ज हो चुके हैं और लगभग एक दर्जन के करीब नेता जेल जा चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग पर भी भ्रष्टाचार मामले की तलवार लटकी हुई है। जमीनी स्तर पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में आप सरकार के प्रति नाराजगी है, जिसके कारण वे गठबंधन का विरोध कर रहे हैं।पहले मुख्यमंत्री भगवत मान तो गठबंधन के हक में दिखाई दे रहे थे, लेकिन अब उन्होंने भी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने की घोषणा कर दी है। आज की तारीख में पंजाब में तस्वीर साफ है कि कांग्रेस और आप दोनों पार्टियां अलग-अलग ही चुनाव लड़ने जा रही है।बिहार