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Lok Sabha Polls 2024: क्या INDI गठबंधन में तय हो गई सीट शेयरिंग का फॉर्मूला? अगले हफ्ते से शुरू होगी बातचीत

2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर आईएनडीआईए के सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पहल तेज हो गई है। अगले हफ्ते से गठबंधन के सभी सहयोगी दलों के साथ सीटों को लेकर चर्चा शुरू होगी। हालांकि इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने सभी राज्यों से जमीनी फीडबैक जुटाना शुरू किया है। ताकि सहयोगी दलों के साथ ही सीटों को लेकर अपनी मजबूत दावेदारी पेश की जा सके।

By Jagran News Edited By: Devshanker Chovdhary Updated: Fri, 29 Dec 2023 08:51 PM (IST)
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चार जनवरी को सीट शेयरिंग को लेकर होगी पहली बैठक। (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर आईएनडीआईए के सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पहल तेज हो गई है। अगले हफ्ते से गठबंधन के सभी सहयोगी दलों के साथ सीटों को लेकर चर्चा शुरू होगी। हालांकि, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने सभी राज्यों से जमीनी फीडबैक जुटाना शुरू कर दिया गया है। ताकि सहयोगी दलों के साथ ही सीटों को लेकर अपनी मजबूत दावेदारी पेश की जा सके।

कांग्रेस ने बुलाई बैठक

इस बीच कई राज्यों के पार्टी अध्यक्षों व दूसरे पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली में एक अहम बैठक भी की है। यह बैठक शनिवार को भी चलेगी। पार्टी सूत्रों की माने तो यह सारी कवायद सीटों को लेकर बातचीत के दौरान मजबूत दावेदारी पेश करना है। यह बात अलग है कि इसके लिए पार्टी को सभी राज्यों में सहयोगी दलों के साथ ही अलग-अलग फार्मूले पर सीटों को लेकर समझौता करना होगा।

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तीन राज्यों में सबसे अहम चुनौती

इस बीच पार्टी के सामने सीटों के बंटवारे को लेकर सबसे अहम चुनौती उत्तर प्रदेश , पश्चिम बंगाल और केरल है। जहां सहयोग दल अपनी मजबूत स्थिति को देखते हुए कांग्रेस को ज्यादा सीटें देने के पक्ष में नहीं है। हालांकि सूत्रों की मानें तो पार्टी राज्यों में अपने वोट बैंक और उन सीटों को लेकर अपनी दावेदारी पेश करेगा, जहां उसने पिछले चुनावों में अच्छा वोट जुटाया था। साथ ही वहां उसके प्रत्याशियों के मुकाबले साथी दलों के पास कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं है।

सूत्रों की मानें तो राज्यों की रिपोर्ट आने के बाद सीटों पर समझौते के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक की अगुवाई में गठित राष्ट्रीय कमेटी सहयोगी दलों के साथ ही चर्चा को आगे बढ़ाएगा। जरूरत पड़ने पर इनमें पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व भी दखल देगा। फिलहाल जो योजना है उसमें सीट बंटवारों को जनवरी तक अंतिम रूप देना है। ऐसे में अगले हफ्ते से यानी चार जनवरी से शुरू होने वाली यह चर्चा लगातार चलती रहेगी। इसकी आठ जनवरी और 12 जनवरी को भी बैठकें रखी गई है।

चार जनवरी को घोषणा पत्र समिति की बैठक

पार्टी ने चार जनवरी को ही घोषणा पत्र समिति की भी एक बैठक रखी है। जो पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम की अगुवाई में होगी। इस बीच कांग्रेस पार्टी अपनी भारत न्याय यात्रा की तैयारियों में भी तेजी जुट गई है। पार्टी ने चार जनवरी को अपने उन सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों में भी दिल्ली बुलाया है, जिस राज्य से होकर यात्रा जाएगी। आठ जनवरी को इस यात्रा के मार्ग को भी पार्टी ऐलान करेगी। इसके बाद 12 जनवरी को पार्टी यात्रा का नारा और लोगो जारी करेगी। वहीं 14 जनवरी को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस यात्रा को उसका झंडा सौंपेंगे।

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