Tawang मुद्दे पर विपक्षी दलों का सरकार पर हमला, ओवैसी बोले- 'असफल हुआ नेतृत्व, हमारी जमीन में घुसा चीन'
तवांग मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार पर जमकर हमला बोला। तवांग मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे असदुद्दीन ओवैसी व शशि थरूर ने सरकार को निशाने पर लिया।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 13 Dec 2022 03:06 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारत-चीन की सेना के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हुई झड़प का मुद्दा संसद तक पहुंच गया है। तवांग संघर्ष को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बयान दिया तो वहीं संसद के बाहर गृह मंत्री अमित शाह ने राजीव गांधी फाउंडेशन की भूमिका को लेकर कांग्रेस पर सवाल खड़े किए। हालांकि, विपक्ष द्वारा तवांग संघर्ष को लेकर सरकार पर सवाल भी उठाए गए।
क्या बोले कांग्रेस सांसद शशि थरुर
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा इस बात में कोई शक नहीं है कि तवांग पर चीन की नजरें हैं और हमें बहुत सावधान रहने की जरूरत है। इस विषय पर हर पार्टी, हर व्यक्ति हमारी सेना के साथ है। कल जो भी हुआ वो हमारी तरफ से एक संदेश है कि हम हमारे प्रादेशिक अखंडता और संप्रभुता के लिए हमारे बीच एकता है।
अगर हमारी गलती है तो हमें फांसी पर लटका दो- खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तवांग संघर्ष पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने अपना बयान पढ़ा और बाहर चले गए। वह किसी स्पष्टीकरण या चर्चा के लिए तैयार नहीं थे। इसका राजीव गांधी फाउंडेशन एफसीआरए लाइसेंस रद्द करने के मुद्दे से कोई संबंध नहीं है। अगर हमारी गलती है तो हमें फांसी पर लटका दो।हम अपने सैनिकों के साथ हैं- खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि हमें सदन के नेता और राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि हमें स्पष्टीकरण का एक मौका दिया जाएगा, लेकिन उन्होंने नहीं दिया और हमारी बात सुनने को तैयार नहीं थे। यह देश के लिए अच्छा नहीं है। जब उन्होंने हमें स्पष्टीकरण नहीं दिया तो विपक्षी दलों के सभी नेताओं ने वॉकआउट करने का फैसला किया। हम अपने देश की एकता और अखंडता के लिए एक साथ खड़े हैं, हम अपने सैनिकों के साथ हैं।राजनीतिक नेतृत्व के मामले में नाकाम साबित हुए पीएम- ओवैसी
तवांग मामले पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री राजनीतिक नेतृत्व के मामले में नाकाम साबित हो रहे हैं। 9 तारीख को ये झड़प होती है और आप संसद में आज बताते हैं। अगर मीडिया इस पर बात नहीं करती तो फिर आप तो खामोश बैठ जाते। ये सब इनकी नाकामी है। आप हम सभी को उस जगह पर लेकर जाइए। देश के प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से डरते हैं। व्यापार असंतुलन के बाद भी हमारी सेना मार खा रही है, चीन हमारी जमीन में घुसता है।