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'I.N.D.I.A कर रहा सनातन को मिटाने की कोशिश', धर्म का विरोध ही घमंडिया गठबंधन का कामन मिनिनम प्रोग्राम: भाजपा

नड्डा ने सनातन के अपमान को एक सोची समझी साजिश का हिस्सा बताया। I.N.D.I.A Alliance की बैठक के दो दिन बाद उदयनिधि स्टालिन का बयान आना फिर प्रियांक खड़गे का सनातन पर आघात और आज DMK के मंत्री द्वारा ये स्वीकार करना कि I.N.D.I Alliance का गठन ही सनातन धर्म के विरोध में किया गया था यह सोनिया गांधी राहुल और कांग्रेस की एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 12 Sep 2023 07:35 PM (IST)
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यह नफरत का मेगा मॉल सिर्फ सत्ता के लिए है- बांटो और राज करो।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। I.N.D.I.A के गठन का असली उद्देश्य सनातन धर्म को खत्म करने के तमिलनाडु के मंत्री पोनमुडी के बयान का तीखा प्रतिकार है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर अपने पोस्ट में इसे सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस की एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा करार दिया है। वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 'डीएमके के शिक्षामंत्री के बयान से स्पष्ट है कि सनातन विरोधी रणनीति ही घमंडिया गठबंधन का कामन मिनिमम प्रोग्राम (सीएमपी) है।

सनातन धर्म के विरोध में गठबंधन

'सनातन धर्म पर हमले के पीछे गहरी साजिश की ओर इशारा करते हुए जेपी नड्डा ने पोस्ट में लिखा कि एनडीआइएए की मुंबई बैठक के दो दिन बाद ही उदयनिधि स्टालिन के बयान का आना, फिर प्रियांक खरगे का सनातन पर हमला और अब डीएमके के मंत्री द्वारा सनातन धर्म के विरोध में गठबंधन का खुलासा करना इसकी क्रोनोलाजी को स्पष्ट करता है। उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की।

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अंग्रेज भी सनातन को खत्म नहीं कर सके

नड्डा ने कहा कि आइएनडीआइए, कांग्रेस, सोनिया गांधी, राहुल गांधी को जनता को बताना चाहिए कि उनकी मोहब्बत की दुकान के नाम पर सनातन धर्म के खिलाफ नफरत का सामान क्यों बेचा जा रहा है। वहीं सनातन पर हमले का तीखा प्रतिकार करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि घमंडिया गठबंधन को पता होना चाहिए कि सैंकड़ों वर्ष तक भारत पर शासन करने के बावजूद मुस्लिम आक्रांता और अंग्रेज भी सनातन को खत्म नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि समातन हमारी महान विरासत का अभिन्न अंग है और यह सर्वधर्म समभाव पर विश्वास करता है।

उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदुस्तान सनातन और हिंदू आस्था का अपमान नहीं सहेगा। वेदों को पढ़ने के राहुल गांधी के दावे पर कटाक्ष करते हुए प्रसाद ने कहा कि सबसे प्रमुख ऋगवेद के सूत्र में ही सनातन को स्पष्ट कर दिया गया है। जिसके अनुसार सभी को अपने-अपने सत्य के मार्ग पर चलने की छूट मिलने चाहिए और एक-दूसरे के मार्ग का सम्मान करना चाहिए। लेकिन सनातन का अपमान करने वाली कांग्रेस और घमंडिया गठबंधन में किसी अन्य धर्म की आलोचना और अपमान करने की हिम्मत नहीं है।

इस सिलसिले में उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरित्र मानस और सनातन के अपमान के साथ ही सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामायण पर अभद्र टिप्पणियों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि सोनिया गांधी या कांग्रेस का कोई बड़ा नेता अभी तक श्रीराम जन्मभूमि स्थान पर नहीं गया।

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