प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधान मंत्री टोनी एबॉट से की मुलाकात, द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों की मजबूती को लेकर चर्चा
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधान मंत्री टोनी एबॉट से मुलाकात की जो भारत के लिए ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री के विशेष व्यापार दूत की क्षमता में 2-6 अगस्त 2021 तक भारत का दौरा कर रहे हैं।
By Amit KumarEdited By: Updated: Thu, 05 Aug 2021 09:30 PM (IST)
नई दिल्ली, न्यूज डेस्क: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधान मंत्री टोनी एबॉट से मुलाकात की, जो भारत के लिए ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री के विशेष व्यापार दूत की क्षमता में 2-6 अगस्त 2021 तक भारत का दौरा कर रहे हैं। दोनों नेताओं ने भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की पूरी क्षमता को साकार करने के लिए, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश के साथ आर्थिक सहयोग को और ज्यादा मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की है।
आर्थिक सहयोग पर चर्चामुलाकात को दौरान इस बात पर भी जोर दिया गया कि, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आर्थिक सहयोग में बढ़ोतरी से दोनों देशों को, कोविड-19 महामारी से उभरने में आने वाली आर्थिक चुनौतियों का बेहतर ढंग से सामना करने में मदद मिलेगी। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता, सुरक्षा और समृद्धी के साझा दृष्टिकोण को साकार करने में भी मदद मिलेगी।
ऑस्ट्रेलियाई सहयोग की प्रशंसागौरतलब है कि, प्रधान मंत्री मोदी ने बीते दिनों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों के शानदार विकास पर संतोष व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने इस सफलता में ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन और पूर्व प्रधान मंत्री एबॉट के महत्वपूर्ण योगदानों की प्रशंसा भी की है। मुलाकात के दौरान प्रधान मंत्री मोदी ने पिछले साल मॉरिसन के साथ अपने वर्चुअल शिखर सम्मेलन को भी याद किया और कोरोना के कारण बिगड़े हालातों के समान्य होते ही, भारत में पीएम मॉरिसन की मेजबानी करने की अपनी इच्छा व्यक्त की है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में प्रगतिपिछले साल 4 जून 2020 को प्रधान मंत्री मोदी और ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री स्कॉट मॉरिसन के बीच आयोजित लीडर्स वर्चुअल शिखर सम्मेलन के बाद द्विपक्षीय संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया है। जिसके तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया ने विस्तारित व्यापार और निवेश प्रवाह को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई, साथ ही साझा लाभ और द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) पर फिर से जुड़ने का फैसला किया है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री की वर्तमान यात्रा दोनों देशों की साझा महत्वाकांक्षा को दर्शाती है।