Move to Jagran APP

आइएस ने भारत और बांग्लादेश में हमले की धमकी दी, संगठन ने चेतावनी भरे पोस्टर जारी किए

अल-मुरसलत की तरफ से खतरे की इसलिए भी अनदेखी नहीं की जा सकती क्योंकि इसने श्रीलंका में आतंकी हमले को अंजाम दिया था।

By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Thu, 02 May 2019 07:13 AM (IST)
Hero Image
आइएस ने भारत और बांग्लादेश में हमले की धमकी दी, संगठन ने चेतावनी भरे पोस्टर जारी किए
नई दिल्ली, आइएएनएस। इस्लामिक स्टेट (आइएस) से जुड़े संगठन 'अल-मुरसलत' नामक अनजान से आतंकी संगठन ने श्रीलंका की तरह भारत और बांग्लादेश में हमले की धमकी दी है। समूह ने चेतावनी भरा पोस्टर जारी कर कहा है, 'बंगाल और हिंद में खलीफा के लड़ाकों की आवाज कभी बंद नहीं हो सकती। हमारी बदले की प्सास कभी शांति नहीं होगी। ' ईस्टर के दिन श्रीलंका में तीन चर्चो और तीन होटलों में हुए आत्मघाती हमलों में 253 लोग मारे गए थे।

खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस संगठन ने अबु मुहम्मद अल-बंगाली को बांग्लादेश में अपना मुखिया नियुक्त किया है। बंगाली को आतंकी हमले की योजना बनाने और नए आतंकियों की भर्ती करने की जिम्मेदारी दी गई है।

इस धमकी भरा पोस्टर जारी करने से पहले इस आतंकी संगठन ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गुलिस्तां थियेटर के पास हल्का धमाका कराया था। इसमें किसी की जान तो नहीं गई थी, लेकिन कुछ पुलसिकर्मी मामूली रूप से घायल हुए हैं।

यह धमकी ऐसे समय में भी आइ है जबकि पांच साल बाद आइएस सरगना अबु बक्र अल-बगदादी का एक वीडियो संदेश भी सामने आया है। जिसमें उसने सीरिया में अपने संगठन की हार की बात मानी है और मुस्लिमों को ईसाईयों के प्रति भड़काया है।

भारतीय खुफिया एजेंसियों शक है कि आइएस अपने छोटे गुटों के जरिए भारत के साथ ही बांग्लादेश में आतंकी हमले कर सकता है। इसलिए खुफिया एजेंसियों की नजर बांग्लादेश में होने वाली हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर बनी हुई है।

खुफिया अधिकारियों का यह भी कहना है कि अल मुरसलत ने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के कुछ इलाकों में पोस्ट भी बांटे हैं और अपने समर्थकों को एकजुट करने की कोशिश की है। पोस्टर पर लिखा है, 'जल्द आ रहे हैं, इंशाअल्लाह।'

अनजान से आतंकी संगठन अल-मुरसलत की तरफ से खतरे की इसलिए भी अनदेखी नहीं की जा सकती, क्योंकि इसी तरह के अनजान संगठन और आइएस से जुड़े नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) ने श्रीलंका में आतंकी हमले को अंजाम दिया था।