Lok Sabha Election: सात महीने कांग्रेस में रहने के बाद पूर्व CM ने कर ली BJP में 'घर वापसी', शेट्टार ने कहा- कांग्रेस से कोई शिकायत नहीं
Jagadish Shettar in BJP कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर ने फिर से भाजपा का दामन थाम लिया है। जगदीश शेट्टर ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह से मुलाकात की है। जगदीश शेट्टर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के साथ कर्नाटक में प्रमुख लिंगायत नेता हैं। शेट्टर का जन्म कर्नाटक के केरूर में हुआ था।
एएनआई, बेंगलुरु। Lok Sabha Election 2024। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को करारा झटका लगा है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन थामने वाले जगदीश शेट्टर की फिर से भाजपा में 'घर वापसी' हो गई है।
दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पूर्व सीएम-वरिष्ठ पार्टी नेता बीएस येदियुरप्पा और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र की मौजूदगी में जगदीश शेट्टार फिर से बीजेपी में शामिल हो गए। वह पिछले साल अप्रैल में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह से मुलाकात की है।
विधानसभा चुनाव हार गए थे शेट्टर
उन्होंने पिछले साल अप्रैल में बीजेपी छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें हुबली-धारवाड़ से चुनाव में टिकट दिया था लेकिन वह हार गए थे। इसके बाद पार्टी ने उन्हें एमएलसी बनाया था।शेट्टार ने कहा- कांग्रेस से कोई शिकायत नहीं
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा कि उन्हें कांग्रेस पार्टी से कोई शिकायत नहीं है। वह कांग्रेस में थोड़े समय रहने के बाद एक बार से भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि नौ महीने बाद मैं फिर से भाजपा में शामिल हो गया। यह मेरा घर है और मैं इससे खुश हूं। उन्होंने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस में शामिल हुआ था। उन्होंने मुझे सम्मान दिया और मैंने इसके लिए सीएम और डिप्टी सीएम का आभार व्यक्त किया।उन्होंने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा विग्रह को लेकर कहा कि राम मंदिर हर किसी का सपना था। वह पूरा हो गया है। पश्चिम बंगाल में आइएनडीआइए ब्लाक के साथ कोई भी सीट साझा नहीं करने के ममता बनर्जी के फैसले पर शेट्टार ने कहा कि जहां भी विरोधाभासी हित हों, वहां गठबंधन कारगर नहीं होता। आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि आलाकमान जो भी निर्देश देगा, मैं करूंगा।