'PM जब भी बोलते हैं, झूठ की सुनामी लाते हैं', जयराम रमेश ने मोदी के संसद में दिए भाषण पर साधा निशाना
Jairam Ramesh attacked PM Modi कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री के हालिया संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम जब भी बोलते हैं झूठ की सुनामी लाते हैं। रमेश ने कहा कि संसद में पीएम कई दफा झूठ बोल चुके हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश में महाकाल लोक निर्माण और पटवारी भर्ती में घोटाले पर भी सवाल उठाए।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 13 Aug 2023 11:10 AM (IST)
नई दिल्ली, आईएएनएस। Jairam Ramesh attacked PM Modi कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री के हालिया संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम जब भी बोलते हैं, 'झूठ की सुनामी' लाते हैं।
झूठ की सुनामी लाते हैं पीएम
राज्यसभा सांसद ने पीएम पर हमेशा झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,
जयराम ने एक लेख का अंश भी साझा किया, जिसके बारे में उनका दावा है कि यह नंदी द्वारा लिखा गया था। उसमें नंदी ने मोदी को 'फासीवादी' कहा था।"हर बार जब प्रधानमंत्री बोलते हैं, तो झूठ की सुनामी आती है। संसद में पीएम के हालिया भाषण ने मुझे क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक के रूप में प्रशिक्षित भारत के अग्रणी विद्वानों में से एक आशीष नंदी की वो बात याद दिला दी जो उन्होंने 2002 में कही थी।
पीएम ने I.N.D.I.A पर साथा निशाना
बता दें कि पीएम मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए विपक्षी दल (I.N.D.I.A) की आलोचना करते हुए इसे "घमंडिया गठबंधन" (अहंकारी गठबंधन) करार दिया था।
मध्य प्रदेश में भाजपा की हार तय
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई उम्मीद नहीं है और वह अब घोटालों के बारे में बात नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पीएम मोदी इस यात्रा के दौरान झूठे दावे करेंगे और लोगों को फर्जी आश्वासन देंगे। कांग्रेस नेता की यह टिप्पणी पीएम मोदी के मध्य प्रदेश दौरे से पहले आई।50 फीसदी कमीशन पर भी बोलें पीएम
जयराम ने कहा, "मध्य प्रदेश में महाकाल लोक निर्माण और पटवारी भर्ती में घोटाले हुए हैं। हाल ही में ठेकेदारों ने 50 फीसदी कमीशन मांगने का आरोप लगाया है। क्या पीएम इस पर कुछ कहेंगे? प्रदेश में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति पर अत्याचार चरम पर है। बता दें कि इस साल के अंत तक मध्यप्रदेश में चुनाव होने हैं।