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मोदी के फैसले से खुश हैं जसोदा बेन, 2019 में फिर देखना चाहती हैं उन्हें पीएम

पीएम मोदी की पत्नी जशोदा बेन ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो भी फैसले लिए हैं उसमें राष्ट्रहित या लोकहित छिपा है। चाहे वह नोटबंदी का फैसला हो या जीएसटी का । मैं इन निर्णयों से खुश हूं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Updated: Mon, 26 Feb 2018 12:58 PM (IST)
मोदी के फैसले से खुश हैं जसोदा बेन, 2019 में फिर देखना चाहती हैं उन्हें पीएम

रांची(जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदा बेन शनिवार की शाम गोड्डा (झारखंड) पहुंचीं। वे तेली अधिकार महारैली में शामिल होने के लिए यहां आई हैं। स्थानीय अतिथि भवन में रविवार की शाम उन्होंने जागरण संवाददाता अविनाश कुमार सिंह से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। स्पष्ट रूप से हिंदी नहीं बोल पाने की वजह से उनके निजी सहायक ओम प्रकाश नरवरिया ने उनकी बातों को गुजराती से हिंदी में अनुवाद कर बताया।

पेश है बातचीत के कुछ अंश :

यहां आने का उद्देश्य क्या है?

-आज बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं है। जो काम बेटा कर सकता है वह बेटियां भी कर सकती हैं। बेटों के साथ बेटियां भी हर क्षेत्र में कदमताल कर रही हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को जन-जन तक पहुंचाना है, ताकि बेटियों को भी एक सुंदर भविष्य मिल सके। इसी मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए मैं विभिन्न राज्यों का दौरा कर रही हूं।

 केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को आप किस रूप में देखती हैं?

केंद्र सरकार ने जो भी फैसले लिए हैं उसमें राष्ट्रहित या लोकहित छिपा है। चाहे वह नोटबंदी का फैसला हो या जीएसटी का । मैं इन निर्णयों से खुश हूं। इन निर्णयों के बेहतर परिणाम भविष्य में दिखेंगे। इससे हमारा देश और समृद्ध होगा और देशवासी सुखी होंगे।

 अगली बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहेंगी?

जी हां। उनके नेतृत्व में देश प्रगति के रास्ते पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। देश की उन्नति व प्रगति के लिए मैं चाहूंगी कि वह प्रधानमंत्री के पद को आगे भी सुशोभित करें।

झारखंड में आकर कैसा लगा?

मैंने अब तक कई राज्यों का दौरा किया है। पिछले दिनों मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार भी गई थी, लेकिन पश्चिम बंगाल व झारखंड आने का यह मेरा पहला मौका है। यहां के लोगों के स्वागत से अभिभूत हूं। यहां से लौटने के बाद कोलकाता में भी मेरा एक कार्यक्रम है।