Karnataka: कर्नाटक में येदियुरप्पा खिलाएंगे भाजपा का कमल! चुनाव के लिए पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश कर रही BJP
Karnataka कर्नाटक में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में भाजपा राज्य के अपने सबसे अनुभवी नेता बी एस येदियुरप्पा को लेकर नई रणनीति बना रही है। माना जा रहा है कि बी एस येदियुरप्पा पीएम मोदी के साथ मिलकर चुनावी अभियान को मजबूती देंगे।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 05 Mar 2023 12:40 PM (IST)
बेंगलुरु, एजेंसी। कर्नाटक में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में भाजपा राज्य के अपने सबसे अनुभवी नेता बी एस येदियुरप्पा को लेकर नई रणनीति बना रही है। माना जा रहा है कि बी एस येदियुरप्पा, पीएम मोदी के साथ मिलकर चुनावी अभियान को मजबूती देंगे।
जमीनी स्तर पर येदियुरप्पा ने किया है पार्टी को मजबूत
दरअसल, चुनावी राजनीति से पहले ही अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा कर चुके बी एस येदियुरप्पा को सत्ताधारी पार्टी के केंद्रीय नेताओं द्वारा पद पर बैठाने की मांग की जा रही है। इसकी बड़ी वजह यह है कि कर्नाटक राज्य के चार बार के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूती दिलाई है। उनके पास व्यापक जनसमर्थन है। विशेष रूप से राजनीतिक प्रभावशाली लिंगायत समुदाय, जिसका कई सीटों पर असर पड़ता है।
येदियुरप्पा को पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश कर रही पार्टी
अब भाजपा के प्रचार अभियान से यह स्पष्ट है कि पार्टी येदियुरप्पा पर निर्भर है और उनके जननेता का लाभ उठाकर उन्हें पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश कर रही है। बता दें कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल के दिनों में राज्य में अपनी जनसभाओं के दौरान येदियुरप्पा की प्रशंसा की थी।पीएम मोदी ने की थी येदियुरप्पा की तारीफ
येदियुरप्पा के 80वें जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी ने सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को प्रेरणादायक करार दिया था। पीएम ने जनसभा के दौरान मंच पर उनका अभिनंदन किया। इस दौरान उन्होंने सभा को भी संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने येदियुरप्पा के सम्मान में खड़े होकर उनकी सराहना की थी। वहीं, अमित शाह ने भी हाल ही में एक जनसभा में लोगों से मोदी और येदियुरप्पा में विश्वास जताने और राज्य में भाजपा को फिर से सत्ता में लाने का आग्रह किया था। इसी तरह की टिप्पणी नड्डा और राजनाथ सिंह ने की है, जो हाल ही में चुनाव प्रचार के लिए राज्य में थे।
येदियुरप्पा को प्रोजेक्ट कर चुनाव जीतना चाहती है भाजपा
राजनीतिक पर्यवेक्षकों और भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, येदियुरप्पा को प्रोजेक्ट करने के लिए पार्टी के कदम का उद्देश्य एंटी-इनकंबेंसी को कम करना, लिंगायत वोट-आधार को बरकरार रखना और विपक्षी कांग्रेस का मुकाबला करना है, जिसने सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के राजनीतिक विश्लेषक ए नारायण ने कहा कि भाजपा शुरुआत में येदियुरप्पा के बिना सक्रिय भूमिका में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थी, लेकिन पार्टी के लिए स्थानीय स्तर पर भरोसा करने के लिए बहुत कुछ नहीं था, इसलिए उन्हें फिर से लाया जा रहा है।साल 2021 में दिया था सीएम पद से इस्तीफा
बता दें कि येदियुरप्पा ने 26 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। अब भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व विधानसभा चुनाव से पहले नए नेतृत्व के लिए रास्ता बनाना चाहता है। हालांकि, शुरुआत में उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व को प्रोजेक्ट करने की कोशिश की। नारायण ने कहा बीजेपी ने बोम्मई के माध्यम से लिंगायतों को अपने पक्ष में करने की कोशिश की, लेकिन आरक्षण जैसे मुद्दों पर असंतोष पनपने के साथ जीत के लक्ष्य को हासिल करने के बारे में आश्वस्त नहीं दिखते।