भगवा रंग से क्यों परेशान हैं कांग्रेसी? CM बोम्मई के सवाल पर कांग्रेस का पलटवार- क्या सरकार राजमिस्त्री...!
कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस भगवा रंग को लेकर आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा ने कर्नाटक में विवेका क्लासेस को भगवा रंग में रंगने का निर्णय किया है। कांग्रेस कह रही है भगवा ही क्यों तिरंगा क्यों नहीं? इस विवाद में अब कांग्रेस विधायक प्रियंक खरगे भी कूद पड़े हैं।
By TilakrajEdited By: Updated: Mon, 14 Nov 2022 02:09 PM (IST)
बेंगलुरु, एएनआई।भगवा (Saffron) ही क्यों? आप स्वतंत्र भारत में सबसे राष्ट्रवादी पार्टी होने का दावा करते हैं, तो फिर इसे तिरंगे के रंग में क्यों नहीं रगंवा देते? ये कहना है कर्नाटक से कांग्रेस विधायक प्रियंक खरगे को, कर्नाटक में 'विवेका क्लासेस' के भगवा रंग को लेकर सवाल उठा रहे हैं। प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा इस समय आमने-सामने हैं। ये पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ जब, भगवा रंग को लेकर कांग्रेस की आपत्ति पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सवाल किया कि कांग्रेस भगवा रंग को लेकर इतनी परेशान क्यों नजर आ रहे हैं? यह रंग तो देश के राष्ट्रीय ध्वज में भी है।
Karnataka के स्कूलों की क्लासें में भगवा ही क्यों, तिरंगा क्यों नहीं?
सीएम बोम्मई के सवाल पर कर्नाटक के कांग्रेस विधायक प्रियंक खरगे ने पलटवार किया है। भगवा (Saffron) ही क्यों? आप स्वतंत्र भारत में सबसे राष्ट्रवादी पार्टी होने का दावा करते हैं, तो फिर इसे तिरंगे के रंग में क्यों नहीं रगंवा देते? इस सवाल के जवाब में आप क्या बहाना बनाएंगे? आर्किटेक्ट ने सुझाव दिया...? क्या सरकार और विभाग अब आर्किटेक्ट और राजमिस्त्री चला रहे हैं?
क्या है Karnataka सरकार की प्राथमिकता?
प्रियंक खरगे ने कहा, हम भगवा रंग का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि ये जानना चाहते हैं कि आखिर सरकार सरकार की प्राथमिकताएं क्या हैं? कर्नाटक में बुनियादी सुविधाएं चरमरा रही हैं। स्कूल-कॉलेजों में शिक्षकों की कमी है, बुनियादी ढांचे के लिए कोई बजट आवंटित नहीं, ड्रॉपआउट बढ़ रहे हैं और सरकार की प्राथमिकता क्या है? दीवार की पेंटिंग?बता दें कि खबरों के मुताबिक, कर्नाटक की भाजपा सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों में बने 8 हजार 100 कक्षाओं के कमरों का नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार इन कक्षाओं का रंग स्वामी विवेकानंद के भगवा रंगों की तरह रंगना चाहती है। इससे प्रदेश में एक और विवाद छिड़ गया है। विवेका क्लासेस को भगवा रंग में रंगने का काम 992 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हो चुका है। इधर, कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल सरकारी संपत्ति के भगवाकरण का आरोप लगा रहे हैं।
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