जानें कांग्रेस नेता ने क्या दी सफाई, 'हिंदू' शब्द को लेकर दिया था विवादित बयान
KPCC सचिव सतीश जारकीहोली (Satish Jarkiholi) के हिंदू शब्द को लेकर दिए गए विवादित बयान का जमकर विरोध हुआ जिसके बाद पार्टी वापस ट्रैक पर आने के भरसक प्रयास में जुटी है। जारकीहोली ने हिंदू शब्द की उत्पत्ति फारसी से बताया। उन्हेांने कहा इस शब्द का अर्थ काफी गंदा है।
By AgencyEdited By: Monika MinalUpdated: Tue, 08 Nov 2022 03:21 PM (IST)
बेंगलुरु, एजेंसी। हिंदू शब्द को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर घिरी कांग्रेस अब बचाव की मुद्रा में दिख रही है। दरअसल, कर्नाटक कांग्रेस कमिटी (KPCC) सचिव सतीश जारकीहोली (Satish Jarkiholi) ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने 'हिंदू' शब्द की उत्पत्ति फारसी भाषा से बताया और कहा कि इस शब्द का अर्थ भी काफी गंदा है। इसपर काफी हंगामा हुआ। इसके बाद कांग्रेस नेता को सफाई देनी पड़ी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी की भावना को चोट नहीं पहुंचाना चाहते थे।
अपने बयान पर जारकीहोली ने दी सफाई
जारकीहोली ने वीडियो रिलीज किया और सफाई दी कि उन्होंने धर्म या भाषा का अपमान नहीं किया था। कांग्रेस नेता ने बताया, 'यह सच है कि मैंने शब्द हिंदू की फारसी उत्पत्ति बताई। कांग्रेस नेता ने बताया, 'इस बात के रिकार्ड हैं जिसमें बताया गया है कि हिंदू शब्द के अनेक अर्थ होते हैं। मैंने इसपर जोर दिया।'
देश की पूरी मीडिया एक शब्द पर बयानबाजी में जुटी है। मैंने मामले पर स्पष्टीकरण दे दी है। यह सतीश जारकीहोली का बयान नहीं है। हर दिन इस तरह के हजारों भाषण आते रहते हैं। केवल मेरे बयान को लेकर हंगामा हो रहा है। मैं हिंदू, पारसी, इस्लाम, जैन और बौद्ध धर्म की सीमा से परे काम कर रहा हूं।'
कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला
उन्होंने कहा, 'हमें जाति और धर्म से ऊपर उठना चाहिए।' कांंग्रेस ने माफी तक मांग ली और खुद को विवादित बयान से दूर कर लिया। इसके बावजूद हिंदू संगठनों द्वारा मंगलवार को जारकीहोली के बयानों को लेकर हंगामा जारी रहा। विधानसभा चुनावों से अपनी वापसी की उम्मीद लगाने वाली कांग्रेस इससे चिंतित है।हिंदू शब्द का अर्थ भी बताया गंदा
जारकीहोली ने यह भी कहा था कि भारत में लोगों पर एक शब्द और एक धर्म को जबरदस्ती थोपा जा रहा है, और इस संबंध में उचित बहस होनी चाहिए। उन्होंने इस शब्द के लिए विकीपीडिया देखने की बात कही। उन्होंने कहा, 'विकिपीडिया को देखें, यह शब्द (हिंदू) कहां से आया है? यह आपका नहीं है। फिर आप इसे इतना अधिक अहमियत क्यों देते हैं? यदि आप इसका अर्थ समझते हैं, तो आपको शर्म आएगी।