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कांग्रेस को पांच वादों ने कर्नाटक में दिलाई ऐतिहासिक जीत, पीएम मोदी के वोकल फॉर लोकल नारे ने निभाई अहम भूमिका

Karnataka Election Result 2023 कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा ने डबल इंजन सरकार के फायदे गिनाकर चुनाव लड़ा था। साथ ही भाजपा ने इस चुनाव में राष्ट्रवाद का भी मुद्दा उठाया। हालांकि कांग्रेस ने ये चुनाव वोकल फॉर लोकल के मुद्दे पर लड़ा।

By Mohd FaisalEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 15 May 2023 12:05 AM (IST)
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Karnataka Election Result 2023: कांग्रेस को पांच वादों ने कर्नाटक में दिलाई ऐतिहासिक जीत (फोटो जागरण ग्राफिक्स)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ऐतिहासिक जीत मिली है। कर्नाटक की 224 सीटों में से 135 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। इस जीत में सबसे अहम भूमिका पीएम मोदी द्वारा दिए गए नारे की थी। पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल का एक नारा दिया था। जिस पर कांग्रेस ने दांव चला और उसके चलते पार्टी को कर्नाटक चुनाव में बड़ी जीत मिली।

वोकल फॉर लोकल के मुद्दे पर लड़ा कांग्रेस ने चुनाव

दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा ने डबल इंजन सरकार के फायदे गिनाकर चुनाव लड़ा था। साथ ही भाजपा ने इस चुनाव में राष्ट्रवाद का भी मुद्दा उठाया। हालांकि, कांग्रेस ने ये चुनाव वोकल फॉर लोकल के मुद्दे पर लड़ा। पार्टी ने चुनावी प्रचार के दौरान पांच गारंटी दीं, इनमें गृह लक्ष्मी, युवा निधि, अन्न भाग्य, गृह ज्योति और सखी कार्यक्रम शामिल थे। जिसका लाभ कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में मिला।

कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने संभाली चुनाव की बागडोर

बता दें कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी के चेहरे पर दांव चला। बीजेपी ने पीएम मोदी के रोड शो और चुनावी रैलियों के माध्यम से जनता को अपनी ओर रिझाने की भी कोशिश की। हालांकि, कांग्रेस का पूरा फोकस लोकल नेताओं पर रहा। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से ज्यादा कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया और कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने ही पूरे चुनाव की बागडोर संभाल रखी थी। यहीं नहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की भी राज्य के चुनाव में सक्रियता देखने को मिली।

कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा को घेरा

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेताओं ने जहां बजरंग दल/बजरंग बली, समान नागरिक संहिता, लव जिहाद जैसे मुद्दों पर जोर दिया। तो वहीं, कांग्रेस नेताओं ने इन मुद्दों पर जोर देने के बजाए भाजपा को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा। कांग्रेस ने भाजपा को घेरने के लिए 40 फीसद कमीशन सरकार का नारा दिया। साथ ही एलपीजी गैस सिलेंडर के रेट के दामों को लेकर बोम्मई सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिसका फायदा कांग्रेस को 10 मई को हुए मतदान में मिला और जब 13 मई को नतीजे घोषित हुए तो कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत हासिल की।

इन नेताओं ने निभाई जीत में अहम भूमिका

कांग्रेस को दक्षिणी राज्य कर्नाटक में अपने सटीक अभियान और राज्य के लोगों से किए गए पांच वादों का लाभ मिला। पार्टी नेताओं ने शनिवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि पार्टी के चुनाव घोषणापत्र से लेकर उसके आक्रामक अभियान तक, कांग्रेस द्वारा उजागर किए गए सभी बिंदुओं ने दक्षिणी राज्य के लोगों का तुरंत ध्यान आकर्षित किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जी. परमेश्वर, राज्य प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, एम.बी. पाटिल, शशिकांत सेथिल और सुनील कानूनगोलू ने पार्टी की भारी जीत सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बता दें कि 2020 में सुरजेवाला को कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल के स्थान पर कर्नाटक प्रभारी नियुक्त किया गया था, जबकि एक शक्तिशाली लिंगायत नेता पाटिल को अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था।