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Dinesh Gundu Rao: कर्नाटक चुनाव में सबसे कम वोटों से जीतने वाले कांग्रेसी गुंडु, क‍ितनी संपत्त‍ि के हैं माल‍िक

दिनेश गुंडू राव ने मुस्‍ल‍िम महिला से शादी की है। द‍िनेश की पत्नी का नाम तबस्सुम राव है। द‍िनेश और तबस्सुम दो साल पहले उस वक्‍त चर्चा में आए थे जब केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े उनके खि‍लाफ आपत्त‍िजनक बयान द‍िया था।

By Vinay SaxenaEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Sat, 13 May 2023 09:08 PM (IST)
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कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के द‍िनेश गुंडू राव ने 105 सीटों से जीत दर्ज की है।
नई द‍िल्ली, ऑनलाइन डेस्‍क। कर्नाटक व‍िधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की है। कांग्रेस के वर‍िष्‍ठ नेता द‍िनेश गुंडू राव भी इस चुनाव में गांधी नगर सीट से जीते हैं। लेकि‍न, राव ने महज 105 सीटों से जीत दर्ज की है। गुंडू राव ने बीजेपी के प्रतिद्वंद्वी सप्तगिरी गौड़ा को करीबी मुकाबले में हराया है। जानते हैं गुंडू राव कौन हैं?

कौन हैं द‍िनेश गुंडु राव?

द‍िनेश गुंडु राव का जन्म 9 अक्‍टूबर 1969 को कर्नाटक के कुशलनगर में हुआ था। दिनेश गुंडू राव कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री, स्वर्गीय आर गुंडू राव और वरलक्ष्मी गुंडू राव के बेटे हैं। राव ने साल 1992 में बीएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में बीई (ग्रेजुएशन) पूरा किया।

राव की राजनीति में एंट्री

द‍िनेश गुंडु राव ने 1993 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। साल 1996 में राव को कर्नाटक प्रदेश युवा कांग्रेस कमेटी का महासचिव नियुक्त किया गया। मायनेता वेबसाइट के मुताब‍िक, कर्नाटक की गांधी नगर सीट से गुंडु ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है।

क‍ितनी संपत्त‍ि के माल‍िक हैं द‍िनेश गुंडु राव?

व‍िधानसभा चुनाव 2023 में द‍िए गए शपथ पत्र के मुताब‍िक, द‍िनेश गुंडु राव के पास 48 करोड़ से भी ज्‍यादा की संपत्त‍ि है। राव के कुल 48,06,88,573 की संपत्त‍ि है। राव के खि‍लाफ कोई भी क्रि‍म‍िनल केस नहीं दर्ज है।

मुस्‍ल‍िम हैं राव की पत्नी तबस्सुम

दिनेश गुंडू राव ने मुस्‍ल‍िम महिला से शादी की है। द‍िनेश की पत्नी का नाम तबस्सुम राव है। द‍िनेश और तबस्सुम दो साल पहले उस वक्‍त चर्चा में आए थे, जब केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े उनके खि‍लाफ आपत्त‍िजनक बयान द‍िया था।

तबस्सुम ने सोशल मीड‍िया पर ल‍िखा था, "हां, मैं एक मुसलमान के रूप में पैदा हुई हूं, लेकिन हम पहले भारतीय हैं। भारत का संविधान जो धर्मनिरपेक्षता की नींव पर बना है, प्रत्येक व्यक्ति को विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, विश्वास और पूजा की स्वतंत्रता की गारंटी देता है।"