Lok Janshakti Party Symbol Dispute पर आज सुनवाई करेगा चुनाव आयोग, यह है पूरा मामला
Lok Janshakti Party Symbol dispute भारतीय चुनाव आयोग लोकजनशक्ति पार्टी के दो धड़ों (चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस) के बीच पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर नियंत्रण को लेकर जारी विवाद पर सुनवाई करेगा। यह सुनवाई निर्वाचन सदन में होगी।
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Tue, 29 Nov 2022 05:42 AM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Lok Janshakti Party Symbol Dispute: लोक जनशक्ति पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर चिराग पासवान (Chirag Paswan) और पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) के नेतृत्व वाले दो धड़ों के बीच जारी विवाद को लेकर चुनाव आयोग (Election Commission) आज सुनवाई करेगा। आयोग यह सुनवाई निर्वाचन सदन में करेगा।
आयोग ने 2021 में चुनाव चिह्न के उपयोग पर लगाई रोक
आयोग ने अक्टूबर 2021 में अपने अंतरिम आदेश में, दोनों प्रतिद्वंद्वी समूहों को लोक जनशक्ति पार्टी या उसके प्रतीक 'बंगले' के नाम का उपयोग करने से रोक दिया था, जब तक कि उनके बीच विवाद का निपटारा नहीं हो जाता है।
आयोग ने 12 नवंबर को दोनों गुटों को भेजा पत्र
आयोग ने 12 नवंबर को दोनों गुटों को एक पत्र भेजा था। इस पत्र में कहा गया था कि 29 नवंबर को आयोग के मुख्यालय निर्वाचन सदन में उनके मामले की सुनवाई होगी। दोनों गुटों से कहा गया था कि वे 28 नवंबर तक नया दस्तावेज जमा करें और एक-दूसरे के साथ एक प्रति साझा करें।यह भी पढ़ें: रामविलास पासवान: खगड़िया टू रायसीना...जामुन और सीया ने पुत्र का नाम क्यों रखा राम? प्रसिद्ध राजनीतिक मौसम विज्ञानी का सफर
चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस की पार्टी का नाम
चिराग पासवान के गुट को अब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नाम से जाना जाता है। उनका चुनाव चिह्न हेलीकाप्टर है। वहीं, उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले गुट को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नाम से जाना जाता है। उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न सिलाई मशीन है। बता दें, 2020 में राम विलास पासवान का निधन हो गया था, जिसके बाद से दोनों गुटों में विवाद जारी है।
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