Lok Sabha Election: 'हमने खेल खेलने से किया इनकार...', जयराम रमेश को अचानक क्यों याद आया 2004 का चुनाव?
Lok Sabha Election कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि चार जून को 2004 जैसा क्षण देखने को मिलेगा जब लोकसभा चुनाव में आईएनडीआईए को स्पष्ट जनादेश मिलेगा। कांग्रेस महासचिव ने विश्वास जताया कि चार जून को आने वाला चुनाव परिणाम 2004 की याद दिलाएगा जब भगवा पार्टी अपने इंडिया शाइनिंग अभियान के बावजूद सत्ता से बाहर हो गई थी।
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि चार जून को 2004 जैसा क्षण देखने को मिलेगा, जब लोकसभा चुनाव में आईएनडीआईए को स्पष्ट जनादेश मिलेगा। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन के शानदार प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, जहां बड़े पैमाने पर बदलाव हुआ है।
जयराम ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
क्रिकेट की शब्दावली का इस्तेमाल करते हुए जयराम ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ''सांप्रदायिक पिच'' तैयार कर रहे थे, लेकिन उनकी पार्टी ने इस पर खेलने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, उनकी गुगली और बाउंसर को भी सफलतापूर्वक पार कर लिया।
जयराम ने दावा किया कि 19 अप्रैल के बाद से प्रधानमंत्री मोदी का पूरा अभियान हिंदू-मुस्लिम बयानबाजी के साथ सांप्रदायिकता पर आधारित रहा है। इस दौरान विकसित भारत, मोदी की गारंटी या किसानों, युवाओं, महिलाओं, श्रमिकों, एससी, एसटी और ओबीसी के मुद्दों पर कोई बात नहीं हुई है।
जयराम रमेश ने 2004 के चुनाव को क्यों किया याद?
एक साक्षात्कार में कांग्रेस महासचिव ने विश्वास जताया कि चार जून को आने वाला चुनाव परिणाम 2004 की याद दिलाएगा, जब भगवा पार्टी अपने 'इंडिया शाइनिंग' अभियान के बावजूद सत्ता से बाहर हो गई थी। जयराम ने कहा-लोग मुझसे पूछते रहते हैं कि प्रधानमंत्री कौन होगा? मुझे याद दिलाना होगा कि 2004 के चुनाव नतीजे 13 मई को आए थे। 17 मई तक यह स्पष्ट हो गया था कि मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। इस बार यह और भी तेज हो सकता है।
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