'राहुल-प्रियंका को देखने से अच्छा लोग बाघ-गैंडा देखें', CM हिमंत ने कांग्रेस नेताओं को बताया 'अमूल बेबी'
Lok Sabha Election 2024 असम के सीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा असम के लोग गांधी परिवार के अमूल बेबी को देखने क्यों आएंगे? बेहतर होगा कि वह जंगल में घूमें और वहां विभिन्न जानवरों को देखने का आनंद लें। बता दें कि प्रियंका गांधी ने आज असम के जोरहाट में कांग्रेस उम्मीदवार गौरव गोगोई के समर्थन में रोड शो किया।
एएनआई, गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उनकी तुलना 'अमूल बेबी' से की। उन्होंने कहा कि असम में लोग गांधी भाई-बहनों द्वारा आयोजित चुनाव प्रचार कार्यक्रमों में भाग लेने के बजाय विभिन्न जानवरों को देखना पसंद करेंगे।
असम के सीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "असम के लोग गांधी परिवार के 'अमूल बेबी' को देखने क्यों आएंगे? बेहतर होगा कि वह जंगल में घूमें और वहां विभिन्न जानवरों को देखने का आनंद लें।" बता दें कि प्रियंका गांधी ने आज असम के जोरहाट में कांग्रेस उम्मीदवार गौरव गोगोई के समर्थन में रोड शो किया।
राहुल-प्रियंका को देखना से बेहतर लोग बाघ और गैंडा देखें: असम सीएम
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी प्रियंका गांधी द्वारा मंगलवार को जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार गौरव गोगोई के समर्थन में रोड शो करने के बाद आई है। उन्होंने कहा, "गांधी परिवार को देखने का क्या फायदा? वे अमूल बेबी हैं। अमूल बेबी की एक झलक देखने की तुलना में काजीरंगा में गैंडों को देखना अधिक फायदेमंद है।"सीएम ने आगे कहा, "मैंने सुना है कि जोरहाट में प्रियंका वाड्रा के रोड शो में लगभग 2,000-3,000 लोग इकट्ठा हुए थे। प्रियंका गांधी को देखने कौन आएगा? लोग काजीरंगा जाकर बाघ और गैंडों को देखना पसंद करेंगे।"
जनता को राहत देगी कांग्रेस की पांच न्याय गारंटी: प्रियंका गांधी
इससे पहले 16 अप्रैल को अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए प्रियंका गांधी ने एक्स पर कहा था, ''आज मैं जोरहाट, असम और त्रिपुरा पश्चिम में अपनी बहनों और अपने भाइयों से मिलूंगी। पूर्वोत्तर के राज्यों की अपनी अनूठी संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत है। बीजेपी सरकार इस विरासत पर अपने नियम थोप दिए हैं, ऊपर से महंगाई और बेरोजगारी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है।”उन्होंने एक्स पर आगे कहा, "कांग्रेस की पांच-न्याय गारंटी न केवल जनता को राहत देगी बल्कि युवाओं और देश के भविष्य को भी मजबूत करेगी।"
11 सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा
असम की 14 सीटों के लिए लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से तीन चरणों में होंगे। असम में इस लोकसभा चुनाव में भाजपा 14 में से 11 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि उसकी सहयोगी पार्टियां असम गण परिषद (एजीपी) दो सीटों (बारपेटा और धुबरी) और यूपीपीएल एक सीट (कोकराझार) पर चुनाव लड़ रही हैं।
2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने असम की 14 में से 7 सीटें हासिल कीं। वहीं, कांग्रेस और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) दोनों ने तीन-तीन सीटों पर बाजी मारी थी। 2019 के चुनावों के दौरान, भाजपा ने अपनी सीटों की संख्या बढ़ाकर 9 कर ली, जबकि कांग्रेस ने अपनी तीन सीटें बरकरार रखीं और एआईयूडीएफ ने एक सीट जीती। यह भी पढ़ें: अयोध्या में रामलला का सूर्य तिलक, पीएम मोदी बोले- 500 साल बाद अपने घर में जन्मदिन मना रहे भगवान राम