Lok Sabha Election 2024: राम मंदिर, CAA... वोटिंग से पहले इन मुद्दों पर जनता की रहेगी नजर; चुनाव में साबित होंगे डिसाइडिंग फैक्टर
Lok Sabha Election 2024 इस बार लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से सात चरणों में होंगे। मतगणना 4 जून को होगी। चुनाव की घोषणा होने के साथ ही सभी पार्टियां आम लोगों को लुभाने की रणनीति बनाने में जुट गई हैं। इस बीच कई ऐसे मुद्दे हैं जिनपर जनता की नजर है और वो वोट डालने से पहले ध्यान में रख सकते हैं। आइए जानें उनके बारे में....
जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा हो गई है। मुख्य आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि इस बार चुनाव 19 अप्रैल से सात चरणों में होंगे। मतगणना 4 जून को होगी।
चुनाव की घोषणा होने के साथ ही सभी पार्टियां आम लोगों को लुभाने की रणनीति बनाने में जुट गई हैं। इस बीच कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर जनता की नजर है और वो वोट डालने से पहले ध्यान में रख सकते हैं। आइए, जानें उनके बारे में........
महंगाई
चाहे इंदिरा गांधी के समय का चुनाव (Lok Sabha Election 2024) हो या पीएम मोदी के समय का, महंगाई हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रही है। हर पार्टी ने महंगाई घटाने की बात की, लेकिन कोई इस पर अमल नहीं कर सका। हालांकि, मोदी के दूसरे कार्यकाल में इसपर अधिक सतर्कता बरती गई।मोदी सरकार ने खुदरा महंगाई को स्थिर रखा। वहीं, हाल ही में पेट्रोल-डीजल के दाम में भी कमी की गई। एलपीजी की कीमतों में भी कई बार कटौती हुई है। वहीं, सरकार ने गरीबों को महंगाई से राहत देने के लिए 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त अनाज भी वितरित किया।
सीएए
भाजपा ने सीएए को पिछली बार अपने चुनावी घोषणापत्र का हिस्सा बनाया था और उसे लागू कर अपना वादा निभाने का काम किया। सीएए के अधिसूचित होने के बाद विपक्ष भाजपा पर हमलावर है और इसे धार्मिक भेदभावपूर्ण कानून बता रहा है।सीएए का प्रभाव इस बात पर निर्भर करेगा कि भाजपा हिंदू 'भावना' को बढ़ावा देने के लिए इसका कितना उपयोग कर सकती है और विपक्ष इसका उपयोग ध्रुवीकरण की बात करने के लिए कर सकता है। अब देखना होगा कि जनता इसे किस आधार पर लेती है, भाजपा और विपक्ष दोनों इसे इस चुनाव में मुद्दा बनाने वाले हैं।