Lok Sabha Election: 'आपातकाल लगाने वाले हमें दे रहे संविधान पर ज्ञान' सिंधिया ने कांग्रेस की दीमक से क्यों की तुलना?
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस अपने अंत की ओर बढ़ रही है और दीमक की तरह खुद को समाप्त कर रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे कहाकांग्रेस वैचारिक रूप से दिवालिया हो चुकी है और कोई भी उसके साथ नहीं रहना चाहता। कई सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं।
पीटीआई, गुणा। Lok Sabha Election 2024। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण से पहले देश का सियासी पारा काफी बढ़ चुका है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड के अलावा रायबरेली से चुनाव लड़ने वाले हैं। वहीं, भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी फिर से चुनाव हारने की वजह से अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस अपने अंत की ओर बढ़ रही है और दीमक की तरह खुद को समाप्त कर रही है।
संविधान बदलने वाले बयान पर सिंधिया ने कांग्रेस को घेरा
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे कहा,"कांग्रेस वैचारिक रूप से दिवालिया हो चुकी है और कोई भी उसके साथ नहीं रहना चाहता। कई सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। जब सिंधिया से पूछा गया कि कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सत्ता में वापस लौटी तो संविधान में बदलाव करेगी। इस मुद्दे पर सिंधिया ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाली पार्टी अब संविधान का पाठ पढ़ा रही है।"उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस विचारधारा, मानव संसाधन के मामले में दिवालिया हो गई है... कोई भी कांग्रेस के साथ नहीं रहना चाहता और पार्टी में किसी के लिए कोई मान-सम्मान नहीं है।
सिंधिया ने आगे कहा,"जिस पार्टी ने चुनी हुई सरकार को बर्खास्त करने के लिए अनुच्छेद 356 (राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए) का 91 बार इस्तेमाल किया, जिस पार्टी के प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश जाने से पहले मुख्यमंत्री बदल दिया था, जिस पार्टी ने देश में आपातकाल लगाया था वह अब हमें संविधान पर ज्ञान दे रही है।"
संविधान भाजपा का धर्मग्रंथ है: सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि चुनाव में अपने ही उम्मीदवार डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को हराने वाली पार्टी देश को दलितों और संविधान के मुद्दों पर उपदेश दे रही है, उसे अपने ट्रैक रिकॉर्ड को देखना चाहिए। संविधान भाजपा का धर्मग्रंथ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया है उन्होंने कहा, "किसी में भी संविधान को बदलने की हिम्मत नहीं है।"30 अप्रैल को मध्य प्रदेश के भिंड में एक रैली को संबोधित करते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि अगर भाजपा केंद्र में सत्ता में लौटती है, तो वह गरीबों, दलितों, अनुसूचित जाति को अधिकार देने वाले संविधान को "फाड़ देगी" और "फेंक" देगी।यह भी पढ़ें: 'पहले रायबरेली तो जीत लें, फिर...' शतरंज चैंपियन गैरी कास्पारोव ने राहुल गांधी पर कसा तंज; Video शेयर कर लिखी ये बात