Lok Sabha Elections 2024: BJP-BJD गठबंधन की चर्चा भी तेज, सीटों की संख्या पर बनी बात तो एक दो दिनों में घोषणा
गठबंधन की दशा में भाजपा कम से पांच छह सीटें ज्यादा चाहेगी और बदले में विधानसभा में कुछ ज्यादा सीटें दे सकती है। बताया जाता है कि फिलहाल लोकसभा में भाजपा 14 सीटें चाहती है और सात सीटें बीजद को देना चाहती है। बदले में विधानसभा में बीजद को 95-97 सीट देने का प्रस्ताव है। ऐसे में भाजपा के पास 50-52 सीटें बचेंगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनावी मौसम में बन रहे नए नए गठबंधनों के बीच बीजू जनता दल और भाजपा के बीच गठजोड़ की खबरें भी जोर पकड़ गई है। बुधवार को बीजद के उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा के एक लिखित बयान के बाद तब अटकलें और तेज हो गई जब उन्होंने कहा कि 2036 में ओडिशा का सौ साल पूरा हो रहा है। बीजद और मुख्यमंत्री को बड़ी उपलब्धियां हासिल करनी है। इसीलिए पार्टी राज्य के हित के लिए सभी कदम उठाएगी।
सीटों की संख्या पर चल रही चर्चा
माना जा रहा है कि सबकुछ ठीक रहा और सीटों की संख्या को लेकर वार्ता सही दिशा में आगे बढ़ी तो अगले एक दो दिनों में इसकी घोषणा हो जाएगी। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही ओडिशा के एक सरकारी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दूसरे की खुलकर प्रशंसा की थी। दोनों के रिश्ते बहुत पहले ही मधुर रहे हैं। केंद्रीय स्तर पर भी बीजद राजग का हिस्सा न होने के बावजूद राजग का साथ देता रहा है।
गठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई
आगे भी यह समर्थन जारी रहेगा इसमें शक की गुंजाइश नहीं है। लेकिन भाजपा सूत्रों की बात मानी जाए तो अब बात समर्थन से आगे बढ़कर गठजोड़ तक पहुंच गई है। भाजपा उम्मीदवारों के लिए होने वाली कोरग्रुप की चर्चा के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता जुएल ओरांव ने भी संकेत दिया कि गठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई है लेकिन फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना है। पेंच सीटों की संख्या है। 21 संसदीय सीटों वाले ओडिशा में बीजद के पास 12 और भाजपा के पास आठ है जबकि कांग्रेस के खाते में भी एक सीट है।
सीटों से बदलेगा समीकरण
गठबंधन की दशा में भाजपा कम से पांच छह सीटें ज्यादा चाहेगी और बदले में विधानसभा में कुछ ज्यादा सीटें दे सकती है। बताया जाता है कि फिलहाल लोकसभा में भाजपा 14 सीटें चाहती है और सात सीटें बीजद को देना चाहती है। बदले में विधानसभा में बीजद को 95-97 सीट देने का प्रस्ताव है। ऐसे में भाजपा के पास 50-52 सीटें बचेंगी। बीजद इससे ज्यादा की हिस्सेदारी चाहता है क्योंकि वर्तमान में दोनो सदनों में उसकी संख्या इससे अधिक है।