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तेल की कीमतों के खिलाफ संसद में दूसरे दिन भी विपक्ष का हंगामा, लोकसभा में सोनिया गांधी ने थामी विरोध की कमान

विपक्षी दलों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी का विरोध करते हुए संसद के बाहर और भीतर सरकार की घेरेबंदी की। विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा कर कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित की।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Wed, 23 Mar 2022 08:14 PM (IST)
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लोकसभा को संबोधित करतींं सोनिया गांधी (ANI)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी का विरोध करते हुए विपक्षी दलों ने संसद के बाहर और भीतर एनडीए सरकार की घेरेबंदी की कोशिश की। विपक्ष ने बढ़ती महंगाई के दौर में पेट्रोल-डीजल के मूल्य में वृद्धि को आम जनता के साथ लूट करार देते हुए संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा कर कार्यवाही कुछ देर के लिए ठप कराई। लोकसभा में मूल्यवृद्धि के खिलाफ विपक्षी विरोध की अगुआई खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की तो कांग्रेस सदस्यों ने प्रश्नकाल को सुचारू रूप से चलने नहीं दिया।

वापस लेने की मांग

इससे पहले कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस मूल्य वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए इसे वापस लेने की मांग की। संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्यों ने आक्रामक तेवर दिखाए।

लामबंद हुआ विपक्ष

लोकसभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस सदस्यों ने रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 50 रुपये की बढ़ोतरी के बाद बीते दो दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम में 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि को लूट बताते हुए वेल में जाकर हंगामा शुरू कर दिया। टीएमसी, द्रमुक, सपा, शिवसेना, एनसीपी जैसे अन्य विपक्षी दलों के सदस्य भी इसमें शामिल हो गए।

शोरगुर के बीच हुआ प्रश्नकाल

स्पीकर ओम बिरला का विपक्षी सदस्यों को समझाने का प्रयास काम नहीं आया तो उन्होंने शोरगुल और नारेबाजी में ही प्रश्नकाल चलाना जारी रखा। तब सदन में मौजूद सोनिया गांधी ने खुद मोर्चा संभाला और अधीर रंजन चौधरी से लेकर कांग्रेस के अन्य सदस्यों को ही केवल निर्देश नहीं दिया बल्कि अन्य विपक्षी सदस्यों को भी पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस के दाम बढ़ाए जाने के खिलाफ मुखर होने को कहा।

सोनिया गांधी ने संभाला मोर्चा

नेशनल कांफ्रेंस के सदस्य हसनैन मसूदी और आइयूएमएल के मोहम्मद बशीर की प्रश्नकाल में अलग-अलग समय के दौरान जब प्रश्न पूछने की बारी आई तो सोनिया ने दोनों को इशारा करते हुए मूल्यवृद्धि का मुद्दा उठाने के लिए कहा और दोनों ने ऐसा किया भी। सोनिया गांधी की इस सियासी सक्रियता ने कांग्रेस सदस्यों के तेवर को और आक्रामक कर दिया। तब हंगामा और विरोध बढ़ता देख स्पीकर ने प्रश्नकाल खत्म होने से 20 मिनट पहले ही कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

प्लेकार्ड लेकर वेल में पहुंचे सांसद

राज्यसभा में भी कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों शिवसेना, द्रमुक, एनसीपी, टीएमसी, सपा, वामदल आदि के साथ मिलकर लगातार दूसरे दिन पेट्रोल-डीजल मूल्य में बढ़ोतरी का विरोध करते हुए हंगामा किया। सदन शुरू होते ही विपक्षी सदस्य पोस्टर और प्लेकार्ड लेकर वेल में चले गए।

कार्यस्थगन प्रस्ताव हुआ नामंजूर

इसी बीच सभापति वेंकैया नायडू ने कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल, केसी वेणुगोपाल, सपा के रामगोपाल यादव, माकपा के विनय विश्वम आदि के इस मुद्दे पर दिए कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस को नामंजूर कर दिया तो विपक्षी सांसदों का हंगामा और बढ़ गया। सभापति की चेतावनी के बावजूद विपक्षी सदस्य प्लेकार्ड के साथ वेल में नारेबाजी करते रहे और तब सदन 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।