Lok Sabha Result: कांग्रेस को क्यों भारी पड़ी भाजपा से सीधी लड़ाई? 62 सीटों के इस समीकरण ने बदल दी पूरी तस्वीर
Lok Sabha Result कांग्रेस का इस बार बेहतर प्रदर्शन भाजपा के साथ सीधी भिड़ंत में भी नजर आया। उसे इस बार ऐसे मुकाबले वाली 62 सीटों पर जीत हासिल हुई। जबकि पिछली बार उसे केवल 15 सीटें इस तरह मिली थीं। भाजपा ने इस बार 441 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे औऱ उसके 240 प्रत्याशी चुनावी मुकाबला जीतने में कामयाब रहे। उसका स्ट्राइक रेट लगभग 55 प्रतिशत से अधिक रहा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। इस बार के लोकसभा चुनाव में अपनी सीटें घट जाने के बावजूद भाजपा ने एक बाऱ फिर यह साबित कर दिया कि सीधे मुकाबलों में कांग्रेस पर उसका दबदबा कायम है, हालांकि इसमें कमी भी आई है। इसी तरह भाजपा एक अन्य स्ट्राइक रेट यानी लड़े गए मुकाबलों के सामने जीत के मामले में भी कांग्रेस से बेहतर स्थिति में रही।
भाजपा का कांग्रेस से सीधा मुकाबला
2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों का विश्लेषण करें तो इस बार 215 सीटों पर भाजपा का कांग्रेस से सीधा मुकाबला हुआ, जिनमें भाजपा के खाते में 153 सीटें आईं। जबकि पिछली बार यानी 2019 में 190 सीटों पर कांग्रेस से सीधी भिड़ंत में भाजपा ने 175 सीटें हासिल की थीं। इसका मतलब है कि कांग्रेस से सीधे मुकाबले के मामले में भाजपा का स्ट्राइक रेट इस बार लगभग लगभग 72 प्रतिशत रहा है, जो पिछले चुनाव में 92 प्रतिशत से अधिक था।
सीधी भिड़ंत से 62 सीटों पर जीत हासिल
दूसरी ओर कांग्रेस का इस बार बेहतर प्रदर्शन भाजपा के साथ सीधी भिड़ंत में भी नजर आया। उसे इस बार ऐसे मुकाबले वाली 62 सीटों पर जीत हासिल हुई। जबकि पिछली बार उसे केवल 15 सीटें इस तरह मिली थीं। भाजपा ने इस बार 441 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे औऱ उसके 240 प्रत्याशी चुनावी मुकाबला जीतने में कामयाब रहे। यानी उसका स्ट्राइक रेट लगभग 55 प्रतिशत से अधिक रहा।महाराष्ट्र में पलटी बाजी
दूसरी ओर कांग्रेस के 328 में से 99 प्रत्याशी जीतने में सफल रहे यानी उसके 30 प्रतिशत उम्मीवारों को सफलता हासिल हुई। तीस से अधिक सीटें जीतने वाले दलों में सपा का स्ट्राइक रेट भी उल्लेखनीय है। उसने इस बार कांग्रेस के साथ गठबंधन में उत्तर प्रदेश की 62 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और उसे 37 में जीत मिली यानी उसका स्ट्राइक रेट भी लगभग साठ प्रतिशत रहा। बेहतर स्ट्राइक रेट के लिहाज से महाराष्ट्र के कद्दावर नेता शरद पवार की एनसीपी (एसपी) का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है।