पीएम मोदी के कार्यकाल ने कैसे दो बड़े वर्गों की बदल दी जिंदगी, एम. वेंकैया नायडू और आरिफ मोहम्मद खान ने बताया
शुक्रवार को सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास नाम की पुस्तक का विमोचन किया गया जिसमें मई 2019 से मई 2020 के बीच प्रधानमंत्री मोदी के चुनिंदा 86 भाषणों को संकलित किया गया है।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Fri, 23 Sep 2022 07:40 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले आठ वर्षों में देश में यूं तो कई बदलाव आए हैं और भाजपा की ओर से बार बार उसे गिनाया भी जाता है, लेकिन शुक्रवार को पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और केरल के वर्तमान राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल को दो बड़े वर्ग के मुक्तिकाल के रूप में पेश किया। अन्य उपलब्धियों के साथ साथ तीन तलाक को रद किए जाने का उल्लेख करते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि पीएम मोदी मुस्लिम महिलाओं के उद्धारक के रूप में हमेशा याद किए जाएंगे।
'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' पुस्तक का विमोचन
वहीं नायडू ने बड़ी संख्या में बिचौलिओं से मुक्ति का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने डीबीटी को सही तरीके से जमीन पर उतार दिया जिससे करोड़ों लोगों को राहत मिल गई। जबकि केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने सही मायने में सभी को विश्वास में लेते हुए सबके विकास की शुरूआत की है। शुक्रवार को सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' नाम की पुस्तक का विमोचन किया गया जिसमें मई 2019 से मई 2020 के बीच प्रधानमंत्री मोदी के चुनिंदा 86 भाषणों को संकलित किया गया है।डीबीटी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि, बिचौलिए के चंगुल से मुक्त हुए लोग : नायडू
इस अवसर पर नायडू ने जहां डीबीटी को ऐतिहासिक कदम बताया वहीं मोदी काल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के दबदबे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लोग लंबे समय से यह कहते रहे हैं कि भारत शक्ति और कद के हिसाब से नहीं बोलता है। प्रधानमंत्री मोदी के आने के साथ भारत अब एक ताकत बन गया है और भारत की आवाज सभी सुनते हैं।केरल के राज्यपाल ने पुस्तक की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह पूरी पुस्तक एक साझे धागे से संचालित है और वह है- हाशिए पर खड़े वर्ग और महिला सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री की चिंता। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि शौचालयों की उपलब्धता और जल की कनेक्टिविटी के दोहरे मुद्दों के लिए बहुत लंबे समय से तत्काल सरकारी प्रयासों की आवश्यकता थी, लेकिन कई सरकारें आने और उनके जाने के बावजूद यह काम नहीं हो सका था। मोदी सरकार ने इसे युद्ध स्तर पर शुरू किया।
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देश का विकास जनभागीदारी का कार्यक्रम बना
तीन तलाक पर उन्होंने पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का भी जिक्र किया और कहा कि मुस्लिम महिलाओं को हिंदू महिलाओं के समान अधिकार न दिला पाने को अपनी सबसे बड़ी विफलता मानते थे। प्रधानमंत्री मोदी ने जो ऐतिहासिक निर्णय लिया उसका असर कई वर्षों बाद महसूस किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आने से पहले देश का विकास केवल सरकार और उसकी नौकरशाही की जिम्मेदारी थी। हालांकि, अब प्रधानमंत्री मोदी ने ये सुनिश्चित किया है कि देश का विकास जनभागीदारी का एक कार्यक्रम बने, जहां देश के लोग इस प्रक्रिया और इसके नतीजों में समान रूप से भागीदार बनें, और इसी ने सच्चे लोकतंत्र की अवधारणा को साकार किया है।पीएम मोदी में हर क्षेत्र के लोगों से जुड़ने की अदभुत क्षमता
जबकि अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह पुस्तक भविष्य के इतिहासकारों के लिए बहुत उपयोगी होगा। इन भाषणों में जटिल राष्ट्रीय मुद्दों पर उनके विचार और उनके नेतृत्व को देखा जा सकता है, जिसका परिणाम स्वरूप भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में आज खड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी को जीवन के हर क्षेत्र के लोगों से जुड़ने की अदभुत क्षमता का श्रेय देते हुए अनुराग ने कहा कि छात्रों से लेकर महिलाओं तक, किसानों से लेकर सैनिकों तक, खिलाडि़यों से लेकर कारोबारियों तक हर व्यक्ति प्रधानमंत्री से जुड़ाव महसूस करता है। दुनिया के ताकतवर नेताओं ने यह विस्तार से बताया है कि नरेन्द्र मोदी होने के मायने आखिर क्या हैं। इसे भी पढ़ें: PM Modis call to Jaishankar: जब आधी रात के बाद जयशंकर के पास आया पीएम मोदी का फोन, पूछा- जागे होइसे भी पढ़ें: पर्यावरण मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में पीएम मोदी बोले, 'ग्रीन ग्रोथ' और 'ग्रीन जॉब्स' पर है अब देश का फोकस