Babulal Gaur: मध्य प्रदेश के पूर्व CM बाबूलाल गौर का निधन, भाजपा कार्यालय तक निकाली गई शव यात्रा
Babulal Gaur मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा नेता बाबूलाल गौर का निधन हो गया है। उनके आवास से भाजपा कार्यालय तक उनकी शव यात्रा निकाली गई।
By Shashank PandeyEdited By: Updated: Wed, 21 Aug 2019 03:04 PM (IST)
भोपाल, एएनआइ। Babulal Gaur मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर का आज सुबह निधन हो गया। भोपाल के नर्मदा अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।हृदय गति रुकने से उनकी मौत हुई। वह पिछले 14 दिनों से अस्पताल में अस्पताल में भर्ती और वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम पर थे।मध्य प्रदेश सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल गौर के निधन के बाद राज्य में तीन दिवसीय शोक की घोषणा की।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर की शव यात्रा निकाली गई। नके आवास से भाजपा पार्टी कार्यालय तक शव यात्रा निकाली गई।
— ANI (@ANI) August 21, 2019
बाबूलाल गौर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 21, 2019
बाबूलाल गौर 89 वर्ष के थे, मंगलवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। उनका ब्लड प्रेशर कम होने के साथ पल्स रेट भी गिर गया था। बाबूलाल गौर को सात अगस्त को राजधानी के नर्मदा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इससे पहले दिल्ली स्थित मेदांता अस्पताल में उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी। 7 अगस्त को पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनका इलाज जारी था।
बाबूलाल गौर का राजनीतिक सफर
बाबूलाल गौर ने 2004-2005 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और 10 बार अपनी पारंपरिक गोविंदपुरा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। 2 जून, 1930 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जन्मे गौर, मध्य प्रदेश में एक शक्तिशाली और लोकप्रिय नेता के रूप में शुरू में एक ट्रेड यूनियन नेता और बाद में विधायक के रूप में उभरे। इसे भी पढ़ें- INX Media case: ED ने चिदंबरम के खिलाफ जारी किया लुकआउट नोटिस, अब निगाहें SC पर इसे भी पढ़ें- ट्रंप ने फिर की कश्मीर पर मध्यस्थता की बात, जी-7 समिट में कर सकते हैं PM मोदी से बातचीत
बाबूलाल गौर ने 2004-2005 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और 10 बार अपनी पारंपरिक गोविंदपुरा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। 2 जून, 1930 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जन्मे गौर, मध्य प्रदेश में एक शक्तिशाली और लोकप्रिय नेता के रूप में शुरू में एक ट्रेड यूनियन नेता और बाद में विधायक के रूप में उभरे। इसे भी पढ़ें- INX Media case: ED ने चिदंबरम के खिलाफ जारी किया लुकआउट नोटिस, अब निगाहें SC पर इसे भी पढ़ें- ट्रंप ने फिर की कश्मीर पर मध्यस्थता की बात, जी-7 समिट में कर सकते हैं PM मोदी से बातचीत