महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद तेज, 21-12-10 का फॉर्मूला अपना सकती महायुति; ऐसे होगा मंत्री पदों का बंटवारा!
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत के बाद महायुति ने सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है। हालांकि अभी तक तीनों दलों ने सीएम चेहरे पर कोई फैसला नहीं लिया है। दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद सीएम चेहरे का एलान होगा। इसके बाद ही महायुति सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। भाजपा को सबसे अधिक 132 सीटों पर जीत मिली है।
आईएएनएस, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने प्रचंड जीत दर्ज की। 132 सीटों पर जीतने वाली भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है। 57 सीटों के साथ एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना दूसरे स्थान पर हैं। अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार की पार्टी से चार गुना विधायकों को जीतने में कामयाबी हासिल की। सूत्रों के मुताबिक महायुति के सभी दलों के बीच मंत्रिमंडल पर सहमति बन गई है।
तीनों ही दल 21-12-10 के संभावित फॉर्मूले पर सहमत दिख रहे हैं। फॉर्मूल के तहत भाजपा के 21, शिवसेना के 12 और एनसीपी के 10 मंत्री होंगे। कैबिनेट फॉर्मूले पर शुरुआती बात हो चुकी है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री समेत कुल मंत्रियों की अधिकतम संख्या 43 हो सकती है।
दिल्ली आ सकते महायुति के नेता
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार जल्द दिल्ली आ सकते हैं। यहां वे गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ सरकार बनाने के फॉर्मूले पर विचार विमर्श करेंगे। सूत्रों के मुताबिक जीती गई सीटों के आधार पर तीनों सहयोगियों के बीच मंत्री पदों का बंटवारा होगा। फॉर्मूले के मुताबिक हर छह से सात विधायकों पर एक मंत्री पद दिया जाएगा।महायुति के विधायक ने क्या कहा?
महायुति के तीन बार के एक विधायक ने कहा, "अगर हम हर छह से सात विधायकों पर एक मंत्री पद मान लें तो 132 सीटों वाली भाजपा को नई सरकार में 22 से 24 मंत्री पद मिलेंगे। 57 सीटें हासिल करने वाली शिवसेना को 10 से 12 मंत्री पद मिल सकते हैं। वहीं 41 सीटों वाली अजित पवार की एनसीपी को कुल 8 से 10 मंत्री पद मिलेंगे।"बुधवार तक हो सकता शपथ ग्रहण
महाराष्ट्र का अगला सीएम कौन होगा? इस पर अभी महायुति ने औपचारिक रूप से कोई फैसला नहीं लिया है। कहा जा रहा है कि दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद सीएम के नाम पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। महायुति के सूत्रों ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी के बाद सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। संभावना है कि बुधवार तक शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है।