Maharashtra Elections केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने अजित पवार और एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र चुनाव में महायुति के बागियों को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए कहा है। इस बात पर सहमति बनी है कि महायुति की कोई भी पार्टी बागियों को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देगी। यह निर्देश तीनों संबंधित पार्टियों पर लागू होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में पूरी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने और फिर से सत्ता में आने के लिए महायुति गठबंधन ने रणनीति तय कर ली है। सात-आठ सीटों को छोड़कर बाकी पर भाजपा, शिवसेना शिंदे और अजीत पवार वाली एनसीपी के बीच सीट तय हो गए हैं। ये सभी सीटें मुंबई की हैं। माना जा रहा है कि रणनीतिक तौर पर बगावत रोकने के लिए यह किया गया है।
बागियों को समझाकर बैठा दिया गया
इन सीटों पर घोषणा नामांकन की अंतिम तिथि से पहले होगी। बैठक में यह भी बताया कि दो सीटों पर बागियों को समझाकर बैठा दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने तीनों दलों को यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी सीट पर न तो भीतरघात होनी चाहिए और न ही बागी खड़े होने चाहिए।
सीटीं पर महायुति में भी खींचतान
विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी की तरह ही कुछ सीटीं पर महायुति में भी खींचतान थी। इसे दूर करने के लिए गुरुवार को शाह की मौजूदगी में दोबारा चर्चा हुई।
बैठक में एकनाथ शिंदे, फडणवीस और अजीत पवार समेत अन्य नेता मौजूद
प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजीत पवार समेत कुछ अन्य नेता मौजूद रहे। बताया जाता है कि भाजपा 150, शिवसेना शिंदे 85 और एनसीपी 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बाकी आरपीआई को मिल सकती है। महाराष्ट्र विधानसभा कुल 288 सीटें हैं।
लोगों में महायुति के लिए विश्वास
बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया महाराष्ट्र यात्रा के बारे में भी चर्चा हुई। उनका मानना था कि उस दौरे ने लोगों में महायुति के लिए विश्वास और बढ़ा दिया है। सरकार का कामकाज भी लोगों को भा रहा है।
पीएम मोदी भी करेंगे प्रचार
इसे बरकरार रखते हुए एकजुटता से उतरना होगा। संयुक्त रैली भी होगी। प्रधानमंत्री समेत भाजपा के दूसरे बड़े नेता सहयोगी दलों की सीटों पर भी चुनाव प्रचार करेंगे। यह भी ताकीद किया गया है कि किसी भी दल के नेता ऐसा कोई बयान नहीं देंगे, जो दूसरे सहयोगी दल के लिए असहज हो।
ब्रिक्स से लौटे पीएम मोदी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को रूस की अपनी दो दिवसीय यात्रा संपन्न कर दिल्ली लौट आए। इस यात्रा के दौरान उन्होंने कजान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। उन्होंने बुधवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान सहित कई विश्व नेताओं से मुलाकात की थी।
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